कहां गए 32 लाख रुपये : इंदौर जिले के 3200 प्राथमिक शिक्षकों- जनशिक्षकों को 10 माह बाद भी प्रशिक्षण का भुगतान नहीं हुआ
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
शिक्षकों से ट्रेनिंग तो करवा ली लेकिन उन्हें दी जाने वाली प्रशिक्षण की राशि का 10 महीने बाद भी अता-पता नहीं है। यह राशि कोई कम नहीं बल्कि तकरीबन 32 लाख रुपये है। शिक्षक लगातार प्रतिक्षा कर रहे हैं कि उनके बैंक खाते में यह राशि आ जाए लेकिन मामला कुछ संदिग्ध लग रहा है। अब शिक्षकों के संगठन ने इसकी कमान संभाली है। देखना यह है कि यह राशि कहां गई। उम्मीद की जा रही है कि इंदौर में अब शिक्षकों के नाम आने वाली राशि का घोटाला न हो…।
राज्य आदर्श शिक्षक मंच (रस्म) के अध्यक्ष भगवतीप्रसाद पंडित एवं सचिव गंगाराम प्रजापति ने राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक को पत्र भेजकर लिखा है कि शिक्षा मंत्रालय, भारत शासन की गाइडलाइन के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के समस्त शिक्षकों एवं जनशिक्षकों के लिए एनसीईआरटी द्वारा निर्मित मॉड्यूल्स पर निष्ठा (एफ. एल. एन.) 3.0 ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम 1 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक राज्य के समस्त 52 जिलों के 1,77,655 प्राथमिक शिक्षकों को दिया गया था। सभी 12 कोर्सो को निर्धारित 6 माह में पूर्ण किया गया जो मार्च 2022 तक लगभग 90% शिक्षकों द्वारा पूर्ण कर लिया गया था। राशि के द्वारा जारी आदेश के बिंदु क्रमांक 9, बजट प्रावधान में उल्लेख है कि प्रत्येक शिक्षक को एक पेन ड्राइव तथा डाटा पैक एवं स्टेशनरी, फोटोकॉपी तथा अन्य आवश्यक सामग्री के लिए 1000 रुपये जिले की डाइट के माध्यम से उनके खातों में सीधे मई 2022 के द्वितीय सप्ताह में दिए जाने थे। राज्य शिक्षा केंद्र ने 52 जिलों के 1,77,655 शिक्षकों के लिए 17,76,55,000 (सत्रह करोड़ छियत्तर लाख पचपन हजार) रुपए आवंटित किए थे किंतु खेद का विषय है कि इंदौर जिले में 10 माह बाद भी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्राथमिक शिक्षकों एवं जनशिक्षकों के बैंक खातों में 1000 की दर से दी जाने वाली राशि अंतरित नहीं हुई है।
31 मार्च 2022 के पश्चात प्रशिक्षण से शेष रह गए शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के उपरांत सभी जिला परियोजना समन्वयक को शिक्षकों द्वारा कोर्स पूरा करने के पश्चात भुगतान किए जाने के निर्देश दिए गए थे किंतु उसका भी पालन नहीं किया गया है। रस्म के अध्यक्ष भगवतीप्रसाद पंडित ने राज्य शिक्षा केन्द्र से मांग की है कि इंदौर जिले के 3190 प्राथमिक शिक्षकों तथा 110 जनशिक्षकों को निष्ठा 3.0 के प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात दिए जाने वाले 1000 रु. का भुगतान जिस भी एजेंसी {डीपीसी डाइट प्राचार्य) को करना था उन्हें तत्काल आदेशित किया जाए कि वह लंबित भुगतान शिक्षकों को करें। साथ ही मध्यप्रदेश के समस्त जिलों से जानकारी एकत्रित की जाए कि किन-किन जिलों में भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। भुगतान न करने वाले संबंधित जवाबदार अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही की जाए।