पैगंबर साहब के पदचिह्नों के दुर्लभ चित्र जारी किए
विहान हिंदुस्तान न्यूज
रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष रूप से अच्छी खबर है। खबर यह है कि सऊदी अरब ने मक्का की शाही मस्जिद में मौजूद मकाम-ए-इब्राहिम के कुछ नायाब चित्र जारी किए हैं। ये चित्र पहली बार जारी हुए हैं। सऊदी अरब के मक्का और मदीना के मामलों के लिए जनरल प्रेसीडेंसी ने एक नई तकनीक के साथ इसे लेते हुए जारी किया है।इस्लाम की रिवायात के अनुसार मकाम-ए-इब्राहिम वह पत्थर है जिसका इस्तेमाल इब्राहिम (इस्लाम) ने मक्का में काबा की तामीर के दौरान दीवार बनाने के लिए किया था ताकि वह उस पर खड़े होकर दीवार बना सकें। पैगंबर साहब के पैरों के निशान को संरक्षित करने के लिए पत्थर को सोने, चांदी और कांच के एक फ्रेम से सजाया गया है। मुसलमानों का मानना है कि जिस पत्थर में पदचिन्ह के छाप हैं वह सीधे स्वर्ग से पवित्र काले पत्थर हज-ए-असवद के साथ आया था। मकाम-ए-इब्राहिम का आकार वर्गाकार है और इसके बीच में दो अंडाकार गड्ढे हैं। इसमें पैगंबर इब्राहिम के पैरों के निशान हैं। मकाम-ए-इब्राहिम का रंग सफेद, काला और पीला है जबकि इसकी चौड़ाई, लंबाई और ऊंचाई 50 सेंटीमीटर है। मकाम-ए-इब्राहिम खान-ए-काबा के गेट के सामने स्थित है जो पूर्व में सफा और मारवाह की ओर जाने वाले हिस्से में लगभग 10 मीटर की दूरी पर है। कुछ रोज पहले ही 4 मई को सऊदी अरब के अफसरों ने काबा के काले पत्थरों की इसी तरह की हाई रेजोल्यूशन वाली तस्वीर जारी की थीं।