प्राध्यापकों को सीएम डॉ. यादव का गिफ्ट, 10 हजार एजीपी करके आर्थिक मदद के साथ खोल दिए प्राचार्य-कुलपति पद के रास्ते
![](https://www.vihanhindustan.com/wp-content/uploads/2024/03/टीचर.png)
मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
उच्च शिक्षा मंत्री से मुख्यमंत्री बनने पर डॉ. मोहन यादव ने एक बड़ा कदम कॉलेज प्राध्यापकों के लिए उठाया है। उन्होंने आज हुई मंत्री परिषद की बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के प्राध्यापकों की एजीपी 9000 रु. से बढ़ाकर 10000 रुपये कर दी है। यह एजीपी भी 1 जनवरी 2006 से लागू होगी यानी हर माह प्राध्यापकों का वेतन लगभग डेढ़ हजार रु. बढ़ने के साथ उनके खाते में करीब ढाई से पांच लाख रु. एरियर की राशि भी आएगी। यही नहीं प्राध्यापकों के लिए प्राचार्य बनने के साथ कुलपति बनने तक के रास्ते इससे साफ हो गए हैं। सरकार के इस निर्णय से करीब दो हजार प्राध्यापकों को फायदा होगा। इससे सरकार को लगभग 85 करोड़ रु. का अतिरिक्त खर्च आने की संभावना है।
जो जानकारी सामने आ रही है उसके तहत डॉ. मोहन यादव जब पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे तब से ही वे कॉलेज प्राध्यापकों की एजीपी 10000 करना चाह रहे थे लेकिन वित्तीय संकट बताकर फाइल रूकती रही थी। अब चूंकि डॉ. यादव मुख्यमंत्री बन गए हैं जिससे उन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए म.प्र. के प्राध्यापक वर्ग को तोहफा दिया है। प्राध्यापक वर्ग 1 जनवरी 2006 से ही एजीपी 10000 करने की मांग कर रहा था। जैसे ही प्राध्यापक वर्ग की एजीपी बढ़ाए जाने की खबर बाहर आई तो उच्च शिक्षा विभाग में मिठाईयां बंटने का सिलसिला शुरू हो गया। असल में देश के अन्य राज्यों के प्राध्यपकों को 10000 रु. एजीपी ही मिलती है लेकिन म.प्र. में यह 9000 रु. थी। प्रांतीय शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. कैलाश त्यागी व महासचिव डॉ. आनंद शर्मा ने विहान हिंदुस्तान डॉटकॉम को बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हमारी मांगे मान ली जिसके लिए हम उनके बहुत आभारी हैं। हमारी लंबे समय से ये मांगे थी जो अब पूरी हुई। डॉ. त्यागी का कहना है चूंकि 1 जनवरी 2006 से 10000 एजीपी लागू किया गया है जिससे पात्र प्राध्यापकों को तभी से फायदा होगा। संभव है कुछ प्राध्यापकों की इस दौरान मृत्यु भी हुई है जिससे उनके वारिस को यह राशि मिलेगी। यदि कोई परिजन हमारी मदद चाहता है तो वह अपने क्षेत्र में प्रांतीय शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ के पदाधिकारियों से संपर्क कर सकता है या फिर वह सीधे मुझसे भी संपर्क करेगा तो उसकी पूरी मदद की जाएगी।
![](https://www.vihanhindustan.com/wp-content/uploads/2024/03/10000-एजीपी.png)