‘पुलवामा शहीदों के नाम पर जनता ने बनाया बगीचा, दो पुलिसकर्मियों ने हड़प लिया, अब सड़क की जद में आ रहा..’

विहान हिंदुस्तान न्यूज

पुलवामा शहीदों के नाम पर क्षेत्र की जनता ने उजाड़ पड़ी जमीन पर बगीचा लगाया। उत्साहित जनता ने बगीचे में बच्चों के खेलने के लिए झूले-फिसलपट्टी आदि भी लगवाए लेकिन जब यहां रौनक होने लगी तो दो पुलिसकर्मियों ने यह बगीचा ही हड़प लिया। अब पुलिस कमिश्नर को इसकी शिकायत की गई है, अफसर की कार्रवाई का सभी को इंतजार है। यही नहीं अब इस क्षेत्र में सड़क का निर्माण होने जा रहा है जिससे बगीचे में लगे पेड़ों को स-सम्मान अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग भी की गई है। यह मामला है एरोड्रम थाने के पीछे बने पुलिस क्वार्टर्स के समीप का।

कांग्रेस प्रवक्ता और अभिभाषक प्रमोद कुमार द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि पुलिस क्वार्टर्स के पीछे रिक्त पड़ी सरकारी जमीन पर एक छोटे से हिस्से में सेप्टिक टैंक है। जनता ने सेप्टिक टैंक के समीप से लेकर रिक्त पड़ी अन्य जमीन पर पौधे लगाकर तार फेंसिंग की। पुलवामा शहीदों के नाम पर इस बगीचे को विकसित किया। ट्री गार्ड लगवाए गए ताकि पेड़ बच सके। श्री द्विवेदी का कहना है मैंने खुद यहां का विकास कराया और कुछ राशि मैंने भी खर्च की। ..लेकिन दो पुलिस परिवारों ने अपना गेट बगीचे पर लगाकर यहां कब्जा कर लिया है। इस मामले में मैंने पुलिस कमिश्नर को शिकायत की है। बगीचे पर कब्जा करने वालों ने कुछ पेड़ भी काट दिए हैं जिसमें नीम के भी काफी पेड़ हैं। इस बगीचे के समीप से होकर छोटा बांगड़दा से सुपर कॉरिडोर तक 100 फीट चौड़ी सड़क बन रही है जिसकी निर्माण लागत 35 करोड़ रुपये है। प्रमोद कुमार द्विवेदी ने यह भी बताया कि सड़क निर्माण के चलते बगीचा भी हटाना होगा जिससे उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव को पत्र लिखकर बगीचे में बचे हुए पेड़ों को सम्मान के साथ अन्यत्र ट्रांसप्लांट करने की मांग की है। श्री द्विवेदी का कहना है ये पेड़ हमारी सेना के उन शहीदों के नाम पर लगाए गए हैं जो पुलवामा के आतंकी हमले में जान गंवा बैठे थे। ऐसे में हम सभी को उन शहीदों का सम्मान रखना चाहिए। जिन लोगों ने पेड़ काटे हैं उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।

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