छत्तीसगढ़ से हटेंगे भूपेश, पंजाब में अमरिंदर की बरकरार रहेगी कप्तानी!
विहान हिंदुस्तान न्यूज
छत्तीसगढ़ और पंजाब दोनों ही जगहों पर मुख्यमंत्रियों के खिलाफ बगावत के सुर बुलंद हो रहे हैं। पंजाब में तो कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ पिछले छह माह से यह सुर राज्य के भोपू से निकलकर राष्ट्रीय चैनलों पर प्रसारित होने लग गए थे लेकिन छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल अभी ताजा-ताजा बड़े मीडिया संस्थानों पर चर्चा में आए हैं। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी छत्तीसगढ़ जबकि सोनिया गांधी पंजाब पर फैसला करेगी। जो बात सामने आ रही है उसमें भूपेश के हटने की पूरी संभावना जताई जा रही है वहीं कैप्टन अमरिंदरसिंह के पद पर बने रहने की बात सामने आ रही है।
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। जीत के बाद कुछ नामों पर सीएम पद को लेकर चर्चा चली लेकिन अंत में जो दो नाम आए उसमें भूपेश बघेल और टी.एस. सिंहदेव के नामों पर अंतिम समय में काफी विचार किया गया था। बताया जाता है तब अघोषित रूप से यह तय हुआ था कि भूपेश पहली पारी खेलेंगे और फिर ढाई साल बाद सिंहदेव को कमान सौंपी जाएगी। बताया जा रहा है कि सिंहदेव को लेकर राहुल गांधी भी सहमत हैं और वे भूपेश बघेल से पद रिक्त करने की बात कर सकते हैं। दोनों ही बैठक राहुल गांधी के साथ होना है। उधर, पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक पार्टी देकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। पंजाब का मामला सोनिया गांधी व हरीश रावत के बीच ही तय होना है और रावत कैप्टन को बरकरार रखने के बयान पहले भी दे चुके हैं। सोनिया गांधी भी चाहती है कि कैप्टन के नेतृत्व में ही अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाए क्योंकि अब समय ज्यादा नहीं बचा है। यह जरूर है कि कैप्टन को चेताया गया है कि वे कांग्रेस विधायकों व नेताओं के कामों को खुद तवज्जों दे न की किसी अधिकारी के हवाले काम छोड़े। कैप्टन अमरिंदर के कुछ अधिकारी मंत्रियों से ज्यादा पावरफुल हो गए थे जिसका खामियाजा बगावत के रूप में सीएम को भारी पड़ रहा है। कहा जा रहा है सितंबर से पंजाब की गाड़ी फिर शांति से चलने लगेगी और अब जो बगावत करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नवज्योतसिंह सिद्धू को लेकर भी हाईकमान नजरे गढ़ाए हुए है क्योंकि उन्हें सिद्ध के किसी केंद्रीय मंत्री यानी भाजपा के हाईप्रोफाइल नेता से चर्चा किए जाने की जानकारी मिली है।