लोकसभा के लिए भाजपा की पहली सूची जल्द होगी जारी, मोदी-शाह सहित 150 नाम हैं शामिल
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। 370 सीटें अकेले जीतने का दावा करने वाली भाजपा की लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची भी जल्द जारी होने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि पहली सूची में 150 उम्मीदवारों के नाम शामिल है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल रहेंगे।
आंकलन लगाया जा रहा है कि अगले माह यानी मार्च में चुनाव आचार संहिता लग जाएगी। ऐसे में भाजपा बूथ स्तर पर काम करते हुए अपनी कमजोर सीटों पर भी आसानी से जीत दर्ज करना चाहती है। पार्टी सूत्रों की माने तो एनडीए गठबंधन में अकेले 370 सीटें जीतना बड़ा लक्ष्य है लेकिन उसे पूरा करने के लिए रणनीति बनी है। गठबंधन के अन्य दलों को भी भाजपा पूरी मदद कर रही है ताकि सरकार में भाजपा व उसके सहयोगी दलों का आंकड़ा 400 से ज्यादा रहे। 2019 के चुनाव में एनडीए गठबंधन को 353 सीटें मिली थी जिसमें भाजपा की 303 सीटें शामिल है। लोकसभा उम्मीदवारों के नाम पर प्रत्येक संसदीय क्षेत्र से राय मांगी गई थी जिसमें से कई रिपोर्ट तो भाजपा मुख्यालय पहुंच भी गई है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस मर्तबा भाजपा मुस्लिमों को साधने के लिए कुछ मुस्लिम उम्मीदवारों को भी टिकट दे सकती है। करीब 67 लोकसभा सीटें ऐसी है जहां मुस्लिमों के वोट काफी मायने रखते हैं।
सपा-कांग्रेस व आप-कांग्रेस गठबंधन की तोड़…
भाजपा के सामने उत्तर प्रदेश की 80 सीटें हैं जिसमें से उसने 2019 में 78 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसमें से 62 सीटें जीती। भाजपा के सहयोगी अपना दल (एस) ने 2 सीटें जीती थी। बसपा को 10, सपा को 5 और कांग्रेस को 1 सीट मिली थी। पिछली बार सपा-बसपा गठबंधन था लेकिन इस बार सपा ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है। सपा का पिछली बार वोट शेयर लगभग 11 प्रतिशत तो कांग्रेस का 6 प्रतिशत रहा था। सपा यादव-मुस्लिम तो कांग्रेस पिछड़ा वर्ग को मुख्य रूप से पकड़ने के प्रयास में है। ऐसे में भाजपा ऐसी क्या रणनीति अपनाती है कि उसे पिछली बार की अपेक्षा और ज्यादा सीटें मिले। म.प्र. में 29 लोकसभा सीटें हैं जहां सपा को खजुराहो सीट दी गई है जबकि अन्य 28 पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसी तरह आप और कांग्रेस का गठबंधन भी कुछ राज्यों में हुआ है जिसमें दिल्ली, गुजरात, हरियाणा के साथ चंडीगढ़ शामिल है। दिल्ली में आप 4 सीटों पर तो कांग्रेस तीन सीटों पर खड़ी होगी। हरियाणा में 9 सीटे कांग्रेस तो एक सीट आप के खाते में गई है। चंडीगढ़ व गोवा की दो सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी। गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं जिसमें कांग्रेस 24 पर तो आप 2 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। फिलहाल पंजाब को लेकर आप-कांग्रेस ने गठबंधन की कोई बात नहीं की है। पंजाब में आप पार्टी की सरकार है जबकि पिछली बार कांग्रेस की सरकार थी। आप पार्टी का वोट बैंक तोड़ना भाजपा का पहला लक्ष्य है। वोट बैंक में कई तरह के वर्ग शामिल है लेकिन पिछली बार दिल्ली की सभी सात सीटों पर भाजपा ने विजयी हासिल की थी।