इलेक्टोरल बांड : सबसे ज्यादा भाजपा को मिला 60 अरब का चंदा, तृणमूल कांग्रेस दूसरे नंबर रही जिसे मिले 16 अरब, कांग्रेस तीसरे पर

विहान हिंदुस्तान न्यूज

भारतीय राजनीतिक पार्टियों को इलेक्टोरल बांड के जरिए दिए गए चंदे की सूची आज भारत निर्वाचन आयोग ने जारी कर दी है। इसमें सबसे ज्यादा चंदा भाजपा को मिला जिसकी राशि 60 अरब रु. है। दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस पार्टी है जिसे 16 अरब रु. का चंदा मिला। कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर रही जिसने 14 अरब रु. से अधिक के इलेक्टोरल बांड को इनकैश किया। यह पूरी जानकारी 12 अप्रैल 2019 से लेकर 11 जनवरी 2024 के बीच की है। ध्यान देने वाली बात तो यह है कि सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बांड खरीदने वाली कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज है जिसने 13.6 अरब रु. से अधिक लगाए। ऐसी कई कं​पनियां है जिन्होंने घोटाले किए या फिर कहीं न कहीं उन्होंने गैर कानूनी कार्य करके पैसा कमाया है वे भी इस चुनावी चंदे में दानदाता बनी मिली। सवाल यह उठता है कि इस मामले के सामने आने के बाद किसी पर कोई कार्रवाई होगी, इनके टैक्स स्लैब को भी जांचा जाएगा?

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने इलेक्टोरल बांड का डाटा सौंप दिया था जिसे आज भारत निर्वाचन आयोग ने जारी कर दिया। भाजपा, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस के अलावा अन्य कई प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने इस चुनावी चंदे का स्वाद चखा है। भारत राष्ट्र समिति ने 12 अरब रु., बीजू जनता दल ने 7 अरब रु. के इलेक्टोरल बांड को इनकैश किया है। पांचवें और छठे नंबर पर दक्षिण भारत की पार्टियां डीएमके और वाईएसआर कांग्रेस (युवासेना) रही। सूची में तेलगु देशम, शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, जनता दल (सेक्युलर), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, शिरोमणि अकाली दल साहित अधिकांश राजनीतिक पार्टियों के नाम है। सबसे ज्यादा बांड खरीदने वालों में क्विकसप्लायर्स चेन प्राइवेट लिमिटेड, हल्दिया एनर्जी लि. वेदांता लिमिटेड, एसेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लि. वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन लि., केवेंटर फूडपार्क इन्फा लि., मदनलाल लिमिटेड, भारती एयरटेल लि. यशोदा सुप स्पेशलिटी हॉस्पिटल, उत्कल अलुमिना इंटरनेशनल लि., डीएलएफ कमर्शियल डेवलेपर्स लि., जिंदल स्टील, आईएफबी एग्रो लि., डॉ. रेड्डी लैबोरेटरीज आदि शामिल है।

मेघा पर उठे सवाल, 100 करोड़ का बांड…14,400 करोड़ का कान्ट्रैक्ट!

चुनावी बांड खरीदने वालों में दूसरे नंबर पर मेघा इंजीनियरिंग एंड एनफास्ट्रक्चर लिमिटेड है जिसे लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार मेघा इंजीनियरिंग ने 100 करोड़ रु. के इलेक्टोरल बांड किसे दिए यह तो अलग कहानी है लेकिन उसके बांड खरीदने के एक महीने बाद ही महाराष्ट्र सरकार ने उसे 14,400 करोड़ रुपये का ठेका मिल गया। ये बांड 11 अप्रैल 2023 को खरीदना बताए जा रहे हैं।

शेयर मार्केट पर बुरा असर, गिफ्ट निफ्टी 160 पाइंट डाउन..कल मच सकता है हडकंप

इलेक्टोरल बांड की सूची जनता के सामने आने के बाद सबसे ज्यादा बुरा असर शेयर मार्केट पर पड़ा। रात 12.30 बजे गिफ्ट निफ्टी 160 पाइंट तक डाउन देखा गया। माना जा रहा है कल शेयर मार्केट में हडकंप मच सकता है और शेयर बाजार काफी नीचे आ सकता है। जो जानकारी सामने आ रही है उसमें पिछले तीन दिन के अंदर शेयर मार्केट में 20 लाख करोड़ रु. डूब चुके हैं।

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