अमित शाह ने कहा- लोकसभा चुनाव से पहले ही सीएए लागू कर देंगे, कभी भी जारी हो सकती है अधिसूचना
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
भारत की राजनीति में कभी भी उबाल पैदा करने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज भी एक नया दावा कर डाला। उन्होंने दावा किया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए को लोकसभा चुनाव से पहले ही लागू कर दिया जाएगा। शाह के दावे को माने तो सीएए की अधिसूचना कभी भी जारी की जा सकती है। आपको याद होगा सीएए-एनआरसी को लेकर विपक्ष व मुस्लिम संगठनों ने काफी समय तक धरना-प्रदर्शन किया था। अब देखना यह होगा कि नीतिश कुमार और वे अन्य संगठन जो अभी तक भाजपा के विपक्ष में थे और सीएए-एनआरसी को लेकर विरोध कर रहे थे उनके सुर क्या होंगे।
एक टीवी कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा हमने जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटाई है और अब हम लोकसभा चुनाव से पहले ही सीएए भी लागू कर देंगे। उन्होंने कहा जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है और यही कारण है कि भाजपा को इस लोकसभा चुनाव में 370 सीटें व एनडीए को 400 से अधिक सीटें मिलेगी। शाह ने कहा 2019 में सीएए को लेकर कानून पारित हुआ था। इस संबंध में नियम जारी करना है जो लोकसभा चुनाव से पहले लागू किया जाएगा। शाह ने कहा सीएए देश का कानून है, इसका नोटिफिकेशन निश्चित रूप से हो जाएगा। चुनाव से पहले ही सीएए को अमल में आना है इसमें किसी को कंफ्यूजन नहीं रखना है। केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सीएए के खिलाफ हमारे मुस्लिम भाईयों को गुमराह किया जा रहा है और भड़काया भी जा रहा है। सीएए सिर्फ और सिर्फ उन लोगों को नागरिकता देने के लिए है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करने के बाद भारत आए हैं। यह कानून किसी भारतीय नागरिक की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है।
समान नागरिक संहिता पर भी बोले शाह
जब शाह से समान नागरिकत संहिता (यूसीसी) के संबंध में चर्चा की गई तो उनका कहना था यह एक संवैधानिक एजेंडा है जिसपर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सहित कई अन्य ने हस्ताक्षर किए हैं। उत्तराखंड में यूसीसी को लागू करने को लेकर शाह ने इसे एक सामाजिक बदलाव बताया। उन्होंने कहा कि इस पर सभी मंचों पर चर्चा की जाएगी और कानूनी राय ली जाएगी। शाह ने यह भी कहा कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म आधारित नागरिक संहिता नहीं हो सकती है।