बड़े हादसे की राह पर राऊ का चित्रकूट नगर : लकड़ी के कमजोर खंबों पर खींचे हैं बिजली के तार, किसी भी दिन हो सकता है हादसा
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मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
म.प्र. में विधानसभा चुनाव के दिन करीब हैं और हादसों व अपराधों का दौर यहां लगातार जारी है। उज्जैन में नाबालिग बच्ची से रेप का मामला हो या फिर इंदौर के गांधीनगर के पास अवैध खदान ने जिस तालाब का रूप ले लिया हो वहां तीन युवाओं के डूबने की घटना हो। वैसे इस तालाब में पिछले कई सालों से जाने जा रही है लेकिन प्रशासन-शासन पर इसका कोई विशेष असर नहीं हुआ। अब जो नए हादसे की सुगबुगाहट हो रही है वह है कैट के समीप बसे चित्रकूट नगर की जहां लकड़ी के खंबों पर बिजली के तार खींचे गए हैं। ये खंभे कमजोर पड़ गए हैं जिससे कभी भी यहां हादसा हो सकता है।
आज शाम को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पश्चिमी रिंग रोड के जिस चौराहे पर सभा को संबोधित करने जा रहे हैं उससे करीब दो किमी दूर ही चित्रकूट नगर है। यह क्षेत्र विधानसभा राऊ का हिस्सा है जहां करीब 800 परिवार निवास करते हैं। चित्रकूट नगर गरीब बस्ती है जिसे वैध होना है। करीब पंद्रह साल पहले से यहां लोग निवास कर रहे हैं। यहां बिजली के कनेक्शन जिस तरह से घर-घर पहुंचे हैं वह बड़े हादसे को आमंत्रित करते हैं। इस क्षेत्र में लकड़ी के कमजोर पड़ चुके खंबों पर बिजली के तार न सिर्फ झूल रहे हैं बल्कि एक खंबे पर कई तारों का वजन है। जिन गड्डों में ये खंबे हैं वह हाल ही की बारिश में मिट्टी छोड़ चुके हैं जिससे किसी भी दिन ये गिर सकते हैं। कॉलोनी के रहवासियों का कहना है हम कई बार बिजली कंपनी को इस बात की शिकायत कर चुके हैं कि वे हमारे यहां लोहे के खंबे लगाए लेकिन हमारी बात को अनसुना कर दिया जाता है। अभी विधानसभा चुनाव करीब है और वोट मांगने के लिए हर पार्टी का उम्मीदवार हमारे यहां आएगा। हम तो उन्हीं का साथ देंगे जो हमारी बात को सुनेगा। विहान हिंदुस्तान डॉटकॉम की टीम मौके पर पहुंची तो लोगों ने अपनी समस्याओं को टीम के समक्ष रखा। यहां सड़कों की स्थिति भी ठीक नहीं है और बिजली के खंबे कभी भी गिरने की स्थिति साफ दिख रही है। रहवासियों का कहना है क्षेत्र में बच्चे खेलते रहते हैं। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हम बच्चों को खेलने से रोक नहीं सकते, हम बस बिजली कंपनी या जनप्रतिनिधियों से यहीं कह सकते हैं कि वे हमारी समस्याओं को निराकरण करवाए।