रूस के एक एयरपोर्ट पर मुस्लिमों ने विमान घेरा, यहूदियों को ढूढ़कर मारना चाहते थे…धर्मयुद्ध की चिंगारी फैलने लगी
विहान हिंदुस्तान न्यूज
इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग अब धीरे-धीरे पूरी तरह से धर्मयुद्ध में तब्दील होती जा रही है। मुसलमानों के एक गुट ने रूस के मखाचकाला एयरपोर्ट पर अल्लाहू अकबर के नारे लगाते हुए कब्जा कर लिया जहां इजरायल से विमान आया था। ये लोग विमान में बैठे यहूदियों को ढूढ़ रहे थे ताकि उन्हें मौत के घाट उतारकर फिलिस्तिनियों की मौत का बदला ले सके। संभव है इस तरह की कोशिशें अन्य देशों में भी की जा सकती है। उधर, हमास के आतंकवादियों ने जर्मनी की जिस युवती का अपहरण कर गाजा पट्टी में नग्न घुमाया था उसका शव आज मिला। इस बात से जर्मनी में भी हमास को लेकर काफी नाराजगी बढ़ गई है।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना सुन्नी मुस्लिम बहुल आबादी वाले दागिस्तान में घटी। यहां के लोग भारी भीड़ के रूप में एयरपोर्ट के अंदर घुस गए जहां तेल अवीब से एक प्लेन उतरा था। इन लोगों को यह जानकारी मिली थी कि विमान में कुछ यहूदी सवार है जिससे ये लोग इन्हें मारकर फिलिस्तिनियों पर इजरायल द्वारा हो रहे हमलों का बदला लेना चाह रहे थे। रूस की सेना ने एयरपोर्ट पर नियंत्रण किया और यात्रियों को सुरक्षित उतारना था। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने कुछ यात्रियों के साथ मारपीट भी की जिससे 20 यात्री घायल हो गए। मखाचकाला दागिस्तान की राजधानी है और यहां की आबादी 31 लाख है। दागिस्तान के समीप ही चेचन्या व इंगुशेटिया भी है जिनके खिलाफ रूसी फौज कुछ सालों तक लड़ती रही। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन तीनों ही मुस्लिम बहुल राज्यों पर नियंत्रण बनाने के लिए अपना काफी पैसा खर्च करते हैं। चेचन्या के मुस्लिम लड़ाकों से रूसी फौज को जीत हासिल करने के लिए काफी संघर्ष भी करना पड़ा था। जिस तरह से दागिस्तान में घटना घटी उसे देखकर यह संभावना जताई जा रही है कि अन्य देशों में भी यहूदी सुरक्षित नहीं है और उनपर भी हमले हो सकते हैं। चूंकि अमेरिका, इटली, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन सहित कई अन्य ईसाई बहुल आबादी वाले देश इजरायल का साथ दे रहे हैं जिससे अधिकांश मुस्लिमों में इन देशों के प्रति भी नाराजगी है। ईरान ने तो अमेरिका को भी सबक सिखाने की धमकी दे डाली है। सोमवार को तो इजरायली सेना गाजा पट्टी के काफी अंदर तक पहुंच गई है और यहां इजरायल के झंडे फहराए जा रहे हैं।