शिवराज का दर्द- लोग ऐसे हैं जो रंग देखते हैं, सीएम नहीं रहे तो होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब हो जाता है जैसे गधे के सिर से ​सींग

विहान हिंदुस्तान न्यूज

लोग ऐसे होते हैं जो रंग देखते हैं। मुख्यमंत्री हैं तो भाईसाहब आपके चरण तो कमल के समान हैं। कर कमल हो जाते हैं, चरण कमल हो जाते हैं। बाद में नहीं रहे तो होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब होता है कि जैसे गधे के सिर से ​सींग।

यह दर्द है म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का। उन्होंने ये उद्गार भोपाल में प्रजापति ब्रह्माकुमारी आश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किए। पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के इस दर्द को दर्शाता वीडियों काफी वायरल हो रहा है। शिवराज मामा ने कहा जिंदगी में जब हम लक्ष्य तय कर लें दूसरों के लिए काम करने का तो जिंदगी आनंद से भर जाती है। मुझे अभी भी एक मिनट की फुर्सत नहीं है। लगातार काम में लगा हूं। उन्होंने सीएम पद से हटने को लेकर कहा यह अच्छा हुआ थोड़ा राजनीति से हटकर काम करने का मौका मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि राजनीति में बहुत अच्छे कार्यकर्ता, समर्पित कार्यकर्ता, सेवा करने वाले लोग, मोदी जी जैसे नेता हैं जो देश के लिए जीते हैं।..लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जो रंग देखते हैं। मुख्यमंत्री हैं तो भाई साहब आपके चरण तो कमल के समान हैं। बाद में नहीं रहे तो होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब होता है कि जैसे गधे के सिर से ​सींग। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा पार्टी जो काम कहेगी वह मैं करूंगा। वर्तमान में शिवराजसिंह चौहान का बंगला चर्चा में है जिसे उन्होंने मामा का घर नाम दिया है। वे मामा के घर पर जनता की समस्या सुन रहे हैं। बताया जाता है शिवराजसिंह चौहान को भाजपा का राष्ट्रीय संगठन जल्द ही किसी काम पर लगाने जा रहा है जिसकी घोषणा भी संभवत: इसी माह में हो सकती है। दो दिन पहले म.प्र. के वनमंत्री दिलीप अहिरवार ने शिवराजसिंह चौहान पर तंज कसते हुए उनकी तुलना नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से की थी। वे बोल पड़े थे कि डॉ. मोहन यादव का काम देखों, पुराने सीएम तो गांव गोद लेने की बात करते थे लेकिन वहां काम कुछ नहीं कराते थे। बाद में दिलीप अहिरवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि वे कमलनाथ को लेकर अपनी बात कह रहे थे। कल तो दिलीप अहिरवार शिवराजसिंह चौहान के बंगले भी पहुंचे थे। बताते हैं अहिरवार ने शिवराज से माफी मांगी।

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