मैदान के लिए विधायकों, मंत्री, सांसद तक के यहां से पहुंचे फोन, खेल अधिकारी ने किया मना…ऑडियो वायरल हुआ

विहान हिंदुस्तान न्यूज

किसी भी खेल प्रतियोगिता के लिए खेल आयोजक मैदान लेने के लिए हर कोशिश करते हैं। वे अपने तरह से राजनीतिक या प्रशासनिक स्तर पर दबाव भी बनाते हैं जिसमें अधिकांश तो सफल होते हैं लेकिन यदि खेल अधिकारी दमदार हो तो उनके स्पोर्ट्स स्टूडेंट्स को पूरा न्याय मिलता है। ऐसे ही महू के एक स्कूल मैदान को लेकर जिला खेल अधिकारी सुश्री रीना चौहान के पास ढेरों फोन आए लेकिन उन्होंने सम्मानपूर्वक अपनी बात रखी जिससे उनके स्टूडेंट्स का नुकसान होने से बच गया। इस मामले में जानकारी तब सामने आई जब एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई जिसमें खेल अधिकारी व इंदौर के सांसद शंकर लालवानी के यहां से गगन खोबानी की बात हो रही है।

 यह ऑडियो क्लिप कब की है और बाहर कैसे आई यह तो जांच का विषय है लेकिन इसमें खेल अधिकारी व सांसद के यहां से बात कर रहे गगन खोबानी की सौहार्दपूवर्क बात से कई तथ्य समझे जा सकते हैं। असल में खेल आयोजन से जुड़े लोग राजनेताओं का किस तरह से उपयोग करते हैं इसे इन दोनों सम्मानीय लोगो की बात से समझा जा सकता है। इन दोनों की बातचीत का लब्बोलुआब यह है कि गगन खोबानी ने सुश्री चौहान को फोन कर महू के हरिफाटक सीएम राइस स्कूल का फुटबॉल मैदान देने की बात कही। उनकी बात सुनकर सुश्री चौहान ने बड़े ही आदर से उन्हें बताया कि उक्त मैदान के लिए मंत्री व क्षेत्र की विधायक उषा ठाकुर, सुश्री ठाकुर के पीए, मंत्री तुलसी सिलावट के यहां से, आकाश विजयवर्गीय के यहां से, पूर्व विधायक अंतरसिंह दरबार के यहां से भी फोन आ गए हैं। श्री खोबानी से बोला कि सांसद महोदय खुद चीफ गेस्ट हैं ​इसलिए इस बार दे दें। सुश्री चौहान ने मैदान न देने का कारण भी बताया। उनका कहना है 20 तारीख को ही यह ग्राउंड खाली हुआ है और 25 तारीख से ये फिर ग्राउंड मांग रहे हैं। 16 दिन का पहले ही हमारे बच्चों का नुकसान हो गया है। सुश्री चौहान ने यह भी कहा कि वहां केंद्र सरकार के स्कीम के बच्चे हैं जो रेग्यूलर प्रैक्टिस करते हैं। इन बच्चों की संख्या 80 से 90 है। फोन पर वे श्री खोबानी को बताती हैं हमें भी रिजल्ट देना है। यदि हमने इसी तरह से किया तो हमारे हाथ से स्कीम चली जाएगी। सुश्री चौहान की बात सुनकर श्री खोबानी ने फिर एक बार उन्हें टटोलना चाहा और कहा इस बार तो दे दीजिए? इस बात पर भी सुश्री चौहान ने स्पष्ट मना कर दिया। बहरहाल श्री खोबानी ने जिला खेल अधिकारी की बात को समझते हुए कुछ अन्य व्यवस्था करवाने की बात कहते हुए फोन बंद किया। इस वायरल हुई ऑडियो क्लिप को सुनकर जहां खेल से जुड़े लोगों ने सुश्री चौहान की तारीफ की वहीं कुछ अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने भी उनके जज्बातों को समझकर कर्तव्यनिष्ठा पर प्रसन्नता जाहिर की है।

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