पाकिस्तान के मछुआरे की बन गई धनतेरस,..रातों-रात अपने साथ 6 दोस्तों को भी बना दिया करोड़पति

गोल्डन फिश का काल्पनिक फोटो

विहान हिंदुस्तान न्यूज

धनतेरस का त्योहार यूं तो हिंदुओं में मनाया जाता है लेकिन आज धनतेरस के दिन पाकिस्तान के एक मछुआरे की किस्मत बदल गई। वह रातों-रात न सिर्फ खुद करोड़पति बन गया बल्कि उसने अपने छह अन्य साथियों को भी करोड़पति बना डाला। पाकिस्तान भी कुछ अलग तरह का ही देश है। कल उसके 14 आतंकवादी स्पेन में मिले जो जिहादी रंग लोगों में भरने के साथ-साथ धर्मपरिवर्तन तक कराते मिले। इन्हें स्पेन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है। दूसरी तरफ कल रात पाकिस्तान के कराची शहर के कुछ मछुआरे रोजी-रोटी की तलाश में समुद्र के अंदर उतरे जहां उनकी किस्मत खुल गई। इब्राहिम हैदरी नाम के मछुआरों के गांव के रहने वाली हाजी बलूच अपने छह अन्य साथियों के साथ मछली पकड़ने गए थे। जाल को जब उन्होंने वापस नाव पर खींचा तो पाया उसमें सोवा नाम की एक दुर्लभ मछली है जिसकी कीमत बाजार में करोड़ों रुपये होती है। इस मछली को गोल्डन फिश कहा जाता है। कई औषधीय गुणों वाली इस मछली को जब हाजी बलूच बाजार में बेचने गए तो खरीददारों की भीड़ लग गई। इस मछली के जानकारों ने उसकी बोली लगाना शुरू की। हाजी बलूच को 7 करोड़ रुपये इसे बेचने पर मिले। इस मछुआरे ने भी अपना दिल दिखाते हुए अपने छह अन्य साथियों में बराबर राशि बांट दी। गोल्डन फिश के बारे में बताया जाता है यह 20 से 40 किलो की होती है। इसके पेट से निकलने वाले पदार्थों में कई बीमारियों के उपचार की दवा बनाई जाती है। यही नहीं मछली से प्राप्त धागे जैसे पदार्थ का उपयोग डॉक्टर सर्जरी में इस्तेमाल करते हैं। मछली की लंबाई 1.5 मीटर तक होती है। इसकी मांग पूर्वी एशियाई देशों में बहुत ज्यादा है। सुनहरे रंग की इस मछली से पारंपरिक दवाओं के अलावा पारंपरिक स्थानीय व्यंजन भी बनाए जाते हैं। हाजी बलूच का कहना है ये मछलियां प्रजनन काल के दौरान ही तट के पास आती है।

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