गुर्जर साहब ने दिशा बदली तब जाकर थमी हत्याएं

Munish Sharma, Editor in Chief, Vihan Hindustan

दौलतसिंह गुर्जर पुलिस विभाग से कुछ समय पहले सेवानिवृत्त हुए हैं। विभाग में इनका अलग ही जलवा रहा। इनकी पोस्टिंग जब चंदननगर थाने में टीआई के पद पर थी तब ये कुछ दिन काफी परेशान रहे। परेशान होने का कारण कुछ दिनों तक लगातार क्षेत्र में हत्याएं होना था। हत्याएं होने का कारण भी अचानक विवाद हो और हत्या हो जाए, मसलन पानी को लेकर दो पड़ोसियों में विवाद हो गया और हत्या हो गई या फिर दो भाईयों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ जिसमें एक की मौत हो गई। रोज अखबारों में सुर्खियां बने और वरिष्ठ अफसर टीआई साहब से जानकारी ले। मीडिया भी रोज आकर धमक जाए। गुर्जर साहब अफसरों व मीडियो को यही समझाते की ये हत्याएं अचानक विवाद के बाद हो रही है न की गैंगवार या गुंडागिर्दी के चलते ऐसा हो रहा है। शुरुआत में तो चल गया लेकिन लगातार चार दिन गुजर जाने पर गुर्जर साहब टेंशन में आ गए। बताया जाता है गुर्जर साहब ने किसी जानकार से जब हल पूछा तो उसने टेबल की दिशा बदलने को कहा। टेबल की दिशा बदली गई तो हत्याएं भी बंद हो गई। दो दिन जब हत्या नहीं हुई तब जाकर टीआई साहब को कुछ शांति मिली। उस समय क्षेत्र के सीएसपी दिलीप सोनी थे।

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