कॉलेज के प्राचार्य ने अपात्र कंपनी से सामान खरीदा, जनभागीदारी अध्यक्ष की अनुमति भी नहीं ली…किया निलंबित

विहान हिंदुस्तान न्यूज

उच्च शिक्षा विभाग में एकाएक तब कसावट आ गई जब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंत्री के ओएसडी संजय जैन को रिश्वत मामले में बर्खास्त कर दिया। अब उच्च शिक्षा विभाग हर शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है। इसी के तहत शासकीय भीमानायक पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य व जनभागीदारी समिति के सचिव डॉ. एन.एल. गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। डॉ. गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने अपात्र संस्थाओं को पात्र बनाकर उनसे 14.58 लाख रु. का न सिर्फ सामान खरीद लिया बल्कि जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष की इस मामले में अनुमति भी नहीं ली। इसी तरह के एक मामले में बड़वानी के ही शासकीय मॉडल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक (रसायन शास्त्र) डॉ. प्रमोद पंडित को भी जनभागीदारी में अनियमितता के कारण निलंबित कर दिया है। इन दोनों का निलंबन की अवधि में मुख्यालय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा इंदौर रहेगा।  आयुक्त कर्मवीर शर्मा के पास पिछले दिनों इन दोनों के संबंध में मामला पहुंचा था। अपने सख्त तेवरों के कारण पहचाने जाने वाले कर्मवीर शर्मा ने तत्काल मामले की जानकारी लेते हुए डॉ. गुप्ता व डॉ. पंडित को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही आयुक्त ने अन्य कॉलेजों की जनभागीदारी व्यवस्था को लेकर भी जानकारी मांगी है जहां गड़बड़ी की शिकायते आई है। बताते हैं इंदौर के कुछ कॉलेज भी आला अधिकारियों के निशाने पर है जहां जनभागीदारी समिति को नजरअंदाज कर बड़ी राशि खर्च कर दी गई और अपात्रों को काम दिया गया। कुछ सुरक्षा एजेंसियों के तो लाइसेंस ही नहीं हैं फिर भी उनके दर्जनों गार्ड्स ड्यूटी पर रख लिए गए। खास बात तो यह भी है कि कुछ गार्ड्स कागजों पर ही चल रहे हैं जिसका पैसा बेजां खर्च हो रहा है। डॉ. गुप्ता के बारे में यह शिकायत आई थी कि ई-लर्निंग सेंटर के लिए कम्प्यूटर व अन्य इलेक्ट्रानिक आइटम्स लिए जाने थे। 4 फर्मों को उच्च शिक्षा विभाग ने अपात्र घोषित किया था लेकिन डॉ. गुप्ता ने इनमें से 3 फर्मों से सामान खरीदा। यही नहीं पेमेंट करने तक उन्होंने जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष को जानकारी नहीं दी। मामले की जांच कलेक्टर ने की जिसमें ये गंभीर मामला सामने आया। कुछ ऐसा ही मामला डॉ. पंडित का भी था जिन्होंने म.प्र. भंडार क्रय नियम-2015 के अनुरूप प्रक्रिया नहीं अपनाई जो गंभीर अनियमितता की श्रेणी में आता है।

You may have missed

ArabicChinese (Simplified)DutchEnglishFrenchGermanGujaratiHindiItalianMalayalamMarathiNepaliPortugueseRussianSpanishUkrainianUrdu

You cannot copy content of this page