हर व्यक्ति को मिल रहा 57 लीटर कम पानी, इंदौर नगर निगम का मामला जांच में सामने आया, रहवासियों की गणना ही हुई
इंदौर नगर निगम ने पानी पर टैक्स बढाकर दोगुना कर दिया है| अब 200 के बजाय 400 रुपये लोगों को देना होंगे | लेकिन हम आपको बता दे की निगम जरुरत के मुताबिक पानी मुहेया नहीं करा पा रहा है| यह हम नहीं कह रहे बल्कि सरकार की ही जाँच टीम कह रही हैं| कैग की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है| निगम अपने रहवासियों को हर दिन 57 लीटर प्रति व्यक्ति कम पानी देता है। प्रति व्यक्ति हर दिन 135 लीटर पानी दिया जाना चाहिए लेकिन निगम मात्र 78 लीटर ही पानी उपलब्ध करा पा रहा है। जांच एजेंसी सिर्फ रहवासी क्षेत्रों की ही जांच करने में सफल हो पाई क्योंकि अस्पताल, रेस्टारेंट, स्कूल-कॉलेज या होस्टल्स आदि में तो निगम पानी ही नहीं उपलब्ध करवा पा रहा है।
तकरीबन 29 लाख की आबादी वाला इंदौर 280 वर्ग किमी में फैला हुआ है। इसे नगर निगम ने 19 जोन में बांटा हुआ है। 85 वार्ड यहां है जिसमें जल वितरण के लिए नर्मदा के अलावा बिलावली व यशवंत सागर जैसे तालाबों का भी उपयोग किया जाता है। हम यहां एक महत्वपूर्ण बात देखें तो 29 लाख की आबादी वाले इस शहर में अब तक मात्र 2.53 लाख ही नल कनेक्शन है। अधिकांश जल तो अवैध रूप से लोग ले रहे हैं या फिर सरकार ने मुफ्त में कुछ बस्तियों को सुविधा दे रखी है। हालांकि मुफ्त पानी की सुविधा काफी पहले दी जाती थी लेकिन अब नए कनेक्शन देना बंद कर दिए गए हैं। कई मर्तबा गंदा पानी आने के कारण भी लोग निगम की जल वितरण प्रणाली को अपनाने से बचते हैं।
एक नजर टीम की रिपोर्ट पर :-
– प्रतिदिन इंदौर को 525 एमएलडी पानी चाहिए लेकिन वितरण सिर्फ 485 एमएलडी किया जाता है
– अस्पतालों के लिए 340 से 450 लीटर प्रति दिन प्रति व्यक्ति पानी चाहिए
– होस्टल्स व बोर्डिंग्स को 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन पानी चाहिए
– स्कूल-कॉलेजों में 45 लीटर प्रति दिन प्रति छात्र पानी की आवश्यकता होती है
– रेस्टारेंट्स में प्रति दिन प्रति व्यक्ति 70 लीटर पानी चाहिए
– सिनेमाघरों व थियेटरों के लिए 15 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन पानी की आवश्यकता होती है