आईएएस बक्की कार्तिकेयन को मिली ऑडिट विभाग की कमान

आईएएस बक्की कार्तिकेयन

विहान हिंदुस्तान न्यूज

राज्य शासन ने एक आदेश जारी करते हुए आईएएस बक्की कार्तिकेयन को स्थानीय निधि संपरीक्षा (ऑडिट) के संचालक पद का दायित्व भी सौंप दिया है। श्री कार्तिकेयन वित्त विभाग में उपसचिव के पद पर कार्यरत हैं। लंबे समय बाद ऑडिट विभाग में संचालक का पद फिर से आईएएस को दिया गया है।

श्री कार्तिकेयन 2012 बैच के आईएएस हैं और इससे पहले मुरैना के कलेक्टर रह चुके हैं। जो बात देखने में आ रही है उसमें इन दिनों ऑडिट विभाग काफी विवादों में है और भ्रष्टाचार यहां चरम पर पहुंच गया है। कई अधिकारियों की इतनी मनमानी है कि वे मनमर्जी से काम करते हैं यानी कभी ऑफिस आते हैं तो कभी घर से ही काम चला लेते हैं। पांच-छह अधिकारियों के संगठित अपराध के कारण इस विभाग की यह दुर्दशा होना सामने आ रहा है। कई अधिकारी तो नगर निगम में ऑडिट करने के लिए ज्वाइन डायरेक्टर से डिप्टी डायरेक्टर के पद पर आकर भी काम कर रहे हैं। ये किसी अन्य अधिकारी-कर्मचारी को सही तरह से काम भी नहीं करने देते हैं जिससे किसी की जांच निकलवा देते हैं तो किसी को अपने क्षेत्राधिकारी से बाहर जाकर खुद दंडित भी कर देते हैं। न्यायालय में मामला जाने के बाद विभाग की छवि भी खराब करने में ये ही जिम्मेदार भी निकलते हैं लेकिन अंगद के पैर की तरह पद पर जमे रहने के कारण इनका कुछ नहीं बिगड़ता है। अब आईएएस अधिकारी बक्की कार्तिकेयन के कमान संभालने के बाद कर्मचारियों व दबे हुए अधिकारियों को न्याय की उम्मीद जागी है। हालांकि ये संगठित अपराध करने के आदतन प्रवृत्ति वाले अधिकारी नए संचालक को भी अपने मायाजाल में फंसाने के प्रयास करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि आईएएस कार्तिकेयन अपने कुशल नेतृत्व से ऑडिट विभाग को फिर एक बार सरकार के हित में काम करने के लिए तैयार कर देंगे। सरकार के हित की बात इसलिए भी की जा रही है क्योंकि ऑडिट विभाग का काम सरकारी खजाने से बेजां खर्च को बचाय रखना है।

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