16 महीने पहले कर दी थी रूस-यूक्रेन युद्ध की भविष्यवाणी, अब उ.प्र.-पंजाब में सरकार बनने पर नजर..ज्योतिष ने किया है ये दावा
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का लगभग पूरे विश्व पर ही कोई न कोई असर पड़ रहा है। हालांकि अभी यह नहीं पता कि युद्ध कितना लंबा चलेगा। युद्ध होगा इसे लेकर भारत के एक ज्योतिष ने 16 महीने पहले ही उनकी एक पुस्तक में भविष्यवाणी कर दी थी। बताया जाता है इन ज्योतिष की पहले भी कई भविष्यवाणी सही साबित हुई जिसमें कारगिल युद्ध भी एक है। अब इन ज्योतिष पर इसलिए निगाहें टिक गई है क्योंकि इन्होंने उत्तर प्रदेश व पंजाब में किसकी सत्ता आएगी इसपर भी भविष्यवाणी की है यानि 10 मार्च को इन ज्योतिष के पास-फेल होने पर भी मुहर लग जाएगी।
ये ज्योतिष हैं पंजाब के कुराली (ग्रेटर मोहाली) निवासी पंडित इंदु शेखर शर्मा। 80 साल के इन बुजुर्ग ज्योतिष ने 16 महीने पहले यूरोपीय देशों में युद्ध की भविष्यवाणी की थी। पंडित इंदु शेखर शर्मा ने अक्टूबर 2020 में प्रकाशित किताब वार्षिक ज्योतिषीय भविष्यवाणी (पंचाग) में ये बात लिखी थी। यह किताब इंदु शेखर शर्मा का परिवार ही निकालता है और बताया जाता है ज्योतिष इन्हें विरासत में मिली है। यह किताब 95 सालों से इनके परिवार द्वारा निकाली जा रही है। आपको बता दें यूरोपीय देशों का वार्षिक राशिफल नाम की इस पुस्तक में उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि 26 फरवरी 2022 से 7 अप्रैल 2022 के बीच मकर राशि में शनि और मंगल की उपस्थिति के परिणामस्वरूप युद्ध होगा। इससे दुनिया की शांति भंग हो सकती है। उन्होंने जो भविष्यवाणी की थी वो इस किताब के पेज नंबर 54 पर छपी है। पंडित शर्मा का कहना है यह संघर्ष मार्च के मध्य तक चलेगा। यदि अमेरिका व मित्र देशों ने इसमें हस्तक्षेप किया तो यह लंबा भी खिंच सकता है।
उत्तर प्रदेश में फिर भाजपा..
पंडित इंदु शेखर शर्मा के बारे में हाल ही में जानने वाले अब उनकी आगामी भविष्यवाणियों पर नजरे लगाए हुए हैं। उत्तर प्रदेश व पंजाब में विधानसभा चुनावों को लेकर भी पंडित शर्मा ने भविष्यवाणी की है। मतदान का नतीजा 10 मार्च को आना है यानि इसी दिन पंडित शर्मा की भविष्यवाणी के सही या गलत होने पर भी जानकारी सामने आ जाएगी। पंडित शर्मा का कहना है उत्तर प्रदेश में भाजपा की फिर से सरकार बन जाएगी। पंजाब को लेकर उनका कहना है यहां जनादेश भंग हो सकता है। आम आदमी पार्टी व शिरोमणि अकाली दल ये दो सबसे बड़ी पार्टियां होगी।