कुरान एप को चीन ने हटाया, अवैध धार्मिक विषय वस्तु बताया


विहान हिंदुस्तान न्यूज


मुस्लिम देश जितना चीन पर विश्वास करते हैं उतना ही चीन मुसलमानों और उनकी धर्मवस्तुओं से नफरत करता है। ताजा मामला कुरान ऐप का है। टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल के मशहूर ऐप्स में से एक कुरान ऐप को चीन के अधिकारियों ने हटवा दिया है। चीनी अधिकारियों द्वारा इसे अवैध धार्मिक विषयवस्तु बताया गया है।


एप्पल ने चीनी अधिकारियों द्वारा हटवाए गए कुरान ऐप को लेकर टिप्पणी करने से मना कर दिया है। हालांकि उसने मीडिया से अपनी मानवाधिकार नीति का जिक्र किया है जिसमें कहा गया है कि हमें स्थानीय कानूनों का पालन करने की जरूरत है। कई बार ऐसे जटिल मामले आते हैं जिस पर हम सरकारों से असहमत हो सकते हैं। वैसे ये स्पष्ट नहीं है कि इस ऐप ने चीन के कौन से नियम को तोड़ा है। आपको बता दें कि कुरान मजीद नाम का ऐप बनाने वाली कंपनी का दावा है कि दुनिया के 3.5 करोड़ मुसलमान उस पर भरोसा करते हैं। एक बात यह भी देखी जा रही है कि मुसलमान देशों में चीन की घुसपैठ काफी हद तक है। पाकिस्तान, तुर्की, अफगानिस्तान के आतंकी सरकार तालिबान सहित कई ऐसे देश हैं जो चीन की गुलामी करते हैं और चीन है कि उनके धर्म या चीन में निवास करने वाले मुसलमान समुदाय को प्रताड़ित करता है लेकिन ये देश उसके खिलाफ चू तक नहीं कर पाते हैं। पाकिस्तान की लड़कियों को तो वह अपने देश में लाकर गुलाम बनाकर रखता है। उनसे अवैध काम कराता है लेकिन पाकिस्तान उसे कुछ नहीं कह पाता है। उईगर मुसलमानों को चीन में कितना प्रताड़ित किया जाता है इसकी जानकारी सारे मुस्लिम देशों को है लेकिन वे कभी चीन के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की हिम्मत तक नहीं करते हैं। मुस्लिम देशों के कारण ही चीन की अर्थव्यवस्था चल रही है अन्यथा यूरोपीय व अमेरिकी संगठन में चीन कमजोर है।

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