लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची जारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणासी से लड़ेंगे, म.प्र. से शिवराज-ज्योतिरादित्य के नाम…इंदौर होल्ड पर

विहान हिंदुस्तान न्यूज

जल्द होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची आज जारी हो गई है। भाजपा ने 370 सीटें अकेले व 400 पार भाजपा गठबंधन द्वारा सीटे जीतने का लक्ष्य रखा है। तकरीबन हर भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबकी बार 370 पार और भाजपा गठबंधन का 400 पार का नारा दे रहे हैं। भाजपा ने पहली सूची में 195 नाम है जिसमें 28 महिलाएं है। 47 युवाओं को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। पहली लिस्ट में जातियों का समीकरण भी बैठाया गया है।  27 एससी, 18 एसटी व 57 ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार है। म.प्र. के 29 में से 24 नामों पर मुहर लगाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणासी से ही चुनाव लड़ेंगे वहीं गांधीनगर सीट से अमित शाह प्रत्याशी होंगे। म.प्र. में शिवराजसिंह चौहान को विदिशा तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना सीट से उतारा गया है। साध्वी प्रज्ञा का टिकट काट दिया गया है जबकि इंदौर को अभी होल्ड पर रखा गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही दिल्ली के भाजपा दफ्तर पर जाकर रात 3 बजे तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह सहित संगठन के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक की थी। पार्टी ने करीब तीन साल पहले से ही लोकसभा चुनाव की तैयारी करना शुरू कर दी थी और उन सीटों पर काम किया था जो वह हार गए थे या काफी कम अंतर से जीत पाए थे। यहां बूथ-टू-बूथ सर्वे कर नई रणनीति बनाई गई। अब बैठकों में उन सभी सीटों की रणनीति पर भी बात की गई जो सीटे वह हारी या कम अंतर से जीती थी। भाजपा ने तीन से चार चरणों में सर्वे भी किए गए जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सर्वे भी इसमें से एक है। इन सभी सर्वे पर विचार भी किया गया जिसके बाद नामों की सूची को अंतिम रूप दिया जाना शुरू किया गया। वाराणासी से लगी सीट जौनपुर है जिसे भाजपा मात्र 189 वोटों से हारी थीं। ऐसी करीब 50 से अधिक सीटें है जिसमें 15000 से कम वोटों से भाजपा हारी। इन 50 सीटों को इस बार जीतने का लक्ष्य रखा गया है ताकि 370 पार करने में आसानी हो सके। 72 सीटें ऐसी थी जहां भाजपा दूसरे नंबर पर आई थी। पिछले चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें अकेले जीती थी जिन्हें बचाना भी उसका प्रमुख उद्देश्य है।

एंटी इन्कमबेंसी जिसके खिलाफ ज्यादा उनके कटे टिकट या…

भाजपा ने कुछ टिकट काटे भी है जिसमें यह ध्यान रखा गया है कि जनता अपने सांसद से खुश नहीं है। बताया तो यह भी जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास उन सांसदों की सूची भी है जिन्होंने पांच सालों में कोई ठोस काम नहीं किया। एंटी इन्कमबेंसी का पूरा ध्यान रखा गया है ताकि जीती हुई सीटों पर खतरा न बने। एक विशेष ध्यान इंडिया गठबंधन को लेकर भी रखा गया है जैसे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस-सपा तो दिल्ली-गुजरात-हरियाणा-म.प्र. में कांग्रेस-आप पार्टी का है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सभी 80 सीटें जीतना चाहता है हालांकि उसने यहां 6 सीटें अपने गठबंधन वाले दलों को देने की तैयारी कर ली है जिसकी घोषणा होना बाकि है। गठबंधन से समीकरण कुछ बदलते दिख रहे हैं जिसपर भाजपा किस तरह से अपना दांव चलती है और जीत हासिल करती है।  

प्रत्याशी तो नाममात्र के, वोट जाएंगे मोदी को…

खास चर्चा इस बात की है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनती देखी जा रही है जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। मोदी का जादू ऐसा है कि उनके नाम पर ही कई सीटें जीती जाती रही है या फिर इस लोकसभा चुनाव में भी जीत ली जाएगी। प्रत्याशी तो नाममात्र का है क्योंकि मतदाता वोट नरेंद्र मोदी के नाम पर देने का मन बना चुके हैं। यह ध्यान देने वाली बात होगी कि दक्षिण भारत या नार्थ ईस्ट में भाजपा या उसका गठबंधन दल कितनी सीटे लाएगा।

म.प्र. के नामों की सूची….

मुरैना –शिवमंगल सिंह तोमर, भिंड – संध्या राय, ग्वालियर- भारतसिंह कुशवाह, गुना- ज्योतिरादित्य सिंधिया, सागर – लता वानखेड़े, टीकमगढ – वीरेंद्र खटीक, दमोह- राहुल लोदी, खजुराहो, वीडी शर्मा, सतना – गणेश सिंह, रीवा- जनार्दन मिश्र, सीधी- डा राजेश मिश्रा, शहडोल – हिमांद्री सिंह, जबलपुर – आशीष दुबे, मंडला – फग्गनसिंह कुलस्ते, होशंगाबाद – दर्शनसिंह चौधरी, विदिशा – शिवराजसिंह चौहान, भोपाल – आलोक शर्मा, राजगढ़ – रोडमल नागर, देवास – महेंद्र सिंह सोलंकी, मंदसौर – सुधीर गुप्ता, रतलाम – अनिता नागरसिंह चौहान, खरगोन – गजेंद्र पटेल, खंडवा- ज्ञानेश्वर पाटील, बैतूल – दुर्गादास उइके।  

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