म.प्र. के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खुद वोट देंगे या…!
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मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
म.प्र. के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में अपना कार्य शुरू कर दिया है और उनके आक्रामक रवैये को लेकर उनकी काफी चर्चा भी हो रही है। डॉ. यादव म.प्र. कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं जिससे पता चलता है उनका खेलों के प्रति कितना प्रेम है। विशेष बात यह भी है कि वे अपने कार्य के दौरान भी इस पद पर बने रहेंगे या फिर पद रिक्त करेंगे? एक बात यह भी है कि आल इंडिया कुश्ती महासंघ के चुनाव 21 दिसंबर को दिल्ली में होना है जिसमें डॉ. यादव को अध्यक्ष के नाते वोट करना है, क्या वे खुद वोट देने जाएंगे या फिर अपने प्रतिनिधि को भेजेंगे यह भी देखना होगा।
डॉ. मोहन यादव के म.प्र. का मुख्यमंत्री बनने के बाद जीतनी खुशी यादव समाज में हुई उतनी ही खुशी पहलवानी जगत में भी देखने को मिली है। इसके पीछे कारण डॉ. यादव का खुद भी पहलवान होना है जिन्होंने अपने समय में कई कुश्तियां लड़ी। अब सभी का ध्यान यह है कि क्या डॉ. मोहन यादव दिल्ली में होने वाली कुश्ती महासंघ के चुनाव में खुद वोट देने जाएंगे या फिर अपने किसी प्रतिनिधि को भेजेंगे? यह भी देखना होगा कि वे किसी प्रतिनिधि को वोट डालने भेजेंगे तो वह प्रतिनिधि कौन होगा जिसपर वे अपना विश्वास जताएंगे? आपको बता दें कि कुश्ती महासंघ के चुनाव में हर राज्य से दो-दो वोट होंगे। ये वोट अध्यक्ष व सचिव के होते हैं। यदि वे नहीं उपस्थित हो पाते हैं तो अपना प्रतिनिधि भेज सकते हैं। 21 दिसंबर को सुबह 11 बजे मीटिंग शुरू होगी और उसी दौरान वोटिंग भी होगी। 1.30 बजे से वोटो की गणना शुरू हो जाएगी। बृजभूषण सिंह के अध्यक्ष रहते कुछ महिला पहलवानों ने उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। उनका कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है जिसके बाद नया अध्यक्ष चुना जाना है। बताया जाता है उत्तर प्रदेश से संजय सिंह अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं जिन्हें बृजभूषण का समर्थन है। संजय के सामने हरियाणा से ही एक महिला पहलवान को उतारा जा रहा है। चुनाव को लेकर विभिन्न न्यायालयों में प्रकरण चल रहे थे जिसके बाद न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही यह तय हुआ कि 21 दिसंबर को चुनाव हो। चुनाव न होने की स्थिति में काफी राष्ट्रीय कुश्ती स्पर्धाएं होना बाकी है जिससे कई पहलवानों का भविष्य भी खराब हो रहा है। चुनाव होते ही ये स्पर्धाएं कराना शुरू हो जाएगी।