मौलाना ने कलेक्टर से कहा – कचरे की गाड़ी ज्यादा साउंड प्रदूषण पैदा करती है, जल्दी उठों अल्लाह-भगवान का नाम लों
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
म.प्र. के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटवाने के आदेश को लेकर जबलपुर के मौलाना ने खुलकर विरोध किया है। मौलाना ने स्थानीय कलेक्टर से कहा कि सुबह-सुबह कचरे की गाड़ी आती है वह ज्यादा ध्वनि प्रदूषण करती है। इससे ज्यादा तो डीजे साउंड प्रदूषण करते हैं जिन्हें बंद कराया जाना चाहिए। मंदिरों व मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर तो आपको आगाह करते हैं कि जल्दी उठों अल्लाह का नाम लो, भगवान का नाम लों। मौलाना ने यह भी कहा डीजे बजने पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
एक बैठक में मौलाना ने कहा लाउडस्पीकर से ज्यादा तेज आवाज होने को लेकर हम भी राजी है कि यह कम होना चाहिए। हम सभी से कहते हैं कि यह कम करना चाहिए। ..लेकिन हम आपसे यह भी कहते हैं कि भोपाल से जो आदेश आता है उसे स्थानीय निकाय को निकालना होता है लेकिन यहां तो कलेक्टर ने कोई आदेश निकाला ही नहीं और लाउडस्पीकर निकालना शुरू कर दिए। मौलाना ने कहा कि दिन में तो कोई सोता नहीं है जिससे लाउडस्पीकर से किसी को परेशानी नहीं होना चाहिए। शहर में चलने वाले ऑटोरिक्शा, नगर निगम की गाडि़यों से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण होता है पहले इनपर पाबंदी लगाना चाहिए। मौलाना ने कहा डीजे के कारण तो एक आदमी की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा पुलिस ने मंदिर, मस्जिद, गिरजाघरों से जाकर स्पीकर्स उतार लिए, यदि आपके पास हाईकोर्ट के आदेश हैं तो हम जरूर स्पीकर्स उतार लेंगे। उन्होंने कहा कुछ मस्जिद वाले अजान देने की जगह गाना गाने खड़े हो जाते हैं जो गलत है। दो मिनट की अजान में 7-8 मिनट लगा देते हैं। नमाज का टाइम एक ही साथ शुरू होता है जो सुबह 4.10 बजे है, तो सभी जगह यह समय होना चाहिए। दो मिनट में अजान हो जाना चाहिए। जुम्मे का खुदबा भी माइक पर होता है उसमें बहुत से बहुत 10 मिनट लगते हैं। सुबह मस्जिदों में अजान होती है तो मंदिरों में भी भजन होते हैं। यह इसलिए भी है कि दिन निकल चुका है आप उठ जाओ। यह तो अच्छी बात है और सभी को इसमें शामिल होना चाहिए। मौलाना ने कहा समन्वय के साथ इसे लागू कराया जाए।