एमपी पीएससी में इन्हें मिलेगा उम्र में 5 साल का फायदा व 20 अंक

विहान हिंदुस्तान न्यूज

म.प्र. राज्य लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) ने हाल ही में सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल व क्रीड़ा अधिकारियों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। इस भर्ती विज्ञापन के लिए राज्य शासन ने उन अतिथि विद्वानों को छूट दी है जो सत्र 2019-20 में किसी शासकीय महाविद्यालय में अतिथि विद्वान के रूप में कार्य कर रहे थे। शासन ने इन्हें उम्र में 5 साल की छूट देने के साथ-साथ 20 वरीयता अंक की अधिकतम सीमा के अध्यधीन रहते हुए प्रत्येक सत्र के लिए 4 अतिरिक्त वरीयता अंक देने का प्रावधान रखा है।

राज्य शासन ने उन अभ्यर्थियों को उम्र में 5 साल की छूट देने का प्रावधान किया है जिसने म.प्र. शासन के शासकीय महाविद्यालय में अतिथि विद्वान के रूप में कार्य किया है और उसने सहायक प्राध्यापक, क्रीड़ा अधिकारी या ग्रंथपाल के स्वीकृत पद पर सीधी भर्ती के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा इन्हें 20 वरीयता अंक दिए जाएंगे यानी हर सत्र के अधिकतम 4 अतिरिक्त वरीयता अंक होंगे। जो पिछले पांच सालों से अतिथि विद्वान के रूप में कार्य कर रहे हैं उन्हें 20 पूरे अंक मिलेंगे। जिन्होंने चार साल काम किया है उन्हें 16 अंक मिलेंगे यानी हर साल के 4 अंक जुड़ेंगे। राज्य शासन ने हाल ही में इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।

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