कुश्ती स्पर्धा में हिस्सा लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ चला म.प्र., पदक जीतने वाले पहलवानों के साथ भी करना होगा न्याय..खेलमंत्री ने कहा-जानकारी लूंगा
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मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
म.प्र. के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव म.प्र. कुश्ती एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं लेकिन उनके पद पर रहते एक बड़ी गलती हो गई है। गलती म.प्र. की कुश्ती टीम के चयन और बाद में उसे ऐसी प्रतियोगिता में उतारना रहा जिसे देश के खेल मंत्रालय ने ही अनाधिकृत करार दे दिया। हालांकि पहले ही इस बारे में खेल मंत्रालय अपना संदेश दे चुका था। अब सवाल यह उठ रहा है कि जो खिलाड़ी कुश्ती प्रतियोगिता में जीते हैं उन्हें सरकार नौकरी सहित अन्य अवार्ड सरकार कैसे देगी क्योंकि पहलवानों ने तो अपने प्रदेश के लिए बड़ा काम किया ही है। जो किट व अन्य खर्च टीम पर किए गए हैं उसका लेखा-जोखा क्या होगा यह भी महत्वपूर्ण है।
बात हो रही है भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) को लेकर जिसपर खेल मंत्रालय ने अपना कड़ा रूख पुन: स्पष्ट किया है। खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई की मान्यता के बारे में झूठे दावे करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए यह दोहराया है कि संघ द्वारा आयोजित किसी भी प्रतियोगिता को अनाधिकृत माना जाएगा। यह बात तब उठी जब डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद पर चुने जाने के बाद संजय सिंह ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप की घोषणा की थी जिसके बाद प्रदेशस्तर पर टूर्नामेंट होने लगे थे। सिंह को अध्यक्ष चुने जाने के बाद ही चुनाव रद्द करते हुए डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया गया था। अब खेल मंत्रालयन ने संजय सिंह को चेतावनी दी है कि वे इस तरह की हरकत न करें।
म.प्र. के लिए बात तब बिगड़ती दिखी जब यहां जिला व संभाग स्तर के टूर्नामेंट कराने के बाद म.प्र. की टीम बनी। प्रदेश के पहलवानों ने पुणे में आयोजित राष्ट्रीय सीनियर चैंपियनशिप में पदक भी जीते। म.प्र. ने यहां दो गोल्ड व एक सिल्वर तथा दो ब्रांस पदक अभी तक जीत लिए थे। अब इन पहलवानों की मेहनत के साथ भी प्रदेश सरकार को न्याय करना है और भारत सरकार के आदेश को भी उसे मानना है खासकर तब जब केंद्र में भाजपा की ही सरकार है। म.प्र. के मुख्यमंत्री व म.प्र. कुश्ती संघ के अध्यक्ष डॉ. मोहन यादव को भी यह देखना होगा कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद कैसे म.प्र. में टूर्नामेंट हुए और टीम गठित कर इसे आगे की प्रतियोगिता के लिए भेज दिया गया। पूरे मामले में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का क्या रूख रहेगा इसपर सभी की नजरें रहेगी।
मैं पूरे मामले की जानकारी लेकर ही कुछ कहूंगा
विहान हिंदुस्तान डॉटकॉम ने इस संबंध में म.प्र. के खेल मंत्री विश्वास सारंग से बात की तो उनका कहना था मुझे इस विषय में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। मैं जानकारी लेकर ही कुछ कहूंगा।
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