स्वच्छ इंदौर में कब बंद होगा खुले ट्रक से कचरा ले जाना…
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
जब से केंद्र सरकार ने स्वच्छ शहर के लिए प्रतियोगिता शुरू की है तब से इंदौर देश में सर्वोच्च स्थान पर बना हुआ है। इस जीत की परंपरा को कायम रखने में जहां नगर निगम के कर्मचारियों-अधिकारियों-पदाधिकारियों की महती भूमिका रही है वहीं इंदौर शहर की जनता का भी मुख्य योगदान रहा है। …लेकिन पिछले कुछ दिनों से शहर में फिर से कुछ कचरा दिखने लगा है जिसके पीछे बड़ा कारण खुले ट्रक में कचरा एक जगह से दूसरी जगह ले जाना है। इससे कचरा जगह-जगह उड़ता रहता है जिससे नागरिक भी परेशान होते रहते हैं। इसके अलावा शहर में कचरा पेटियां भी दिनों-दिन गायब होने लगी है जिससे कई लोग (खासकर बाहर के) कचरा सड़क पर ही फेंकने लग गए हैं।
बुधवार के दिन जब राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू इंदौर के कचरा प्रबंधन को देखने व पुरस्कार वितरित करने इंदौर पहुंची उसी समय नगर निगम का एक ट्रक महू नाका से होते हुए कलेक्टर कार्यालय के बाहर आकर रूका। इस खुले ट्रक में कचरा भरा हुआ था जो रास्ते में कुछ स्थानों पर कचरा गिराते हुए आया। इस तरह की स्थिति एकाध बार नहीं बल्कि कई मर्तबा देखने को मिलती है। ट्रक में कचरा जमा होने के बाद इसे ढांक कर ले जाया जाए तो उससे शहरभर में कचरा तो नहीं उड़ेगा। यहीं नहीं शहर में जगह-जगह लगी कचरा पेटियां भी इन दिनों गायब होती दिख रही है जिसपर निगम का जरा भी ध्यान नहीं है। ऐसा ही चलता रहेगा तो शहर में फिर एक बार गंदगी दिखने लगेगी और नंबर एक का तमगा भी छिना जा सकता है।
चोइथराम मंडी जाने वाले व्यापारियों पर भी रखें नजर, एक स्थान पर जमा करें कचरा
यह भी देखा जा रहा है कि चोइथराम मंडी में सब्जी-फल लेने जाने वाले छोटे-बड़े कुछ व्यापारी भी सड़कों पर गंदगी करते हैं। ये लोग सुबह-सुबह जब मंडी जाते हैं तो उनकी एक दिन पहले या खराब हो चुकी सब्जी-फल रास्ते में ही पटक देते हैं या समीप के ग्रीन बेल्ट में फेंक देते हैं। बेहतर यह होगा कि शहर में दो-तीन पाइंट मंडी के आसपास ऐसे बना दिए जाए जहां निगम अपने ट्रकों में इस तरह का कचरा जमा कर ले। इससे ये व्यापारी शहरभर में गंदगी नहीं फैलाएंगे। जो व्यापारी इस तरह की गंदगी करते हुए पकड़ा गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए ताकि वह अगली बार ऐसा न करें। इसके लिए योजना बनाकर नगर निगम को काम करना होगा।