सरकारी कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट के वोट पहले ही खुलवाकर गिनवा रहे थे, कांग्रेस ने पकड़ा, कमलनाथ ने वीडियो वायरल किया
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कमलनाथ
विहान हिंदुस्तान न्यूज
म.प्र. में सरकारी कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ वोट दिए ऐसी हवा लगातार चल रही है जिससे भाजपा खेमा भी चिंतित है। आज बालाघाट से एक मामला सामने आया जिसमें स्ट्रांग रूम खोलकर पोस्टल बैलेट गिनवाए जा रहे थे। मौके पर पहुंचे कांग्रेसियों ने इस पूरे मामले का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम कमलनाथ ने खुद एक्स पर यह वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सावधान व सजग रहने की बात कही है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से भी बालाघाट कलेक्टर की शिकायत की है। हालांकि अभी बालाघाट कलेक्टर की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कुछ लोगों के हाथ में पोस्टल बैलेट देखे जा रहे हैं। ये लोग पोस्टल बैलेट को जमा रहे हैं। वीडियो में कुछ लोग अंदर आकर बैलेट को जमाने वाले लोगों से पूछ रहे हैं कि आपको किसने कहा कि बैलेट की गिनती करना है? साथ ही यह भी कह रहे हैं कि आज स्ट्रांग रूम और बैलेट कैसे खोल लिए जबकि इन्हें तो 3 दिसंबर को मतगणना वाले दिन खोलना है। इस पोस्ट को कमलनाथ ने री-ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रदेश के बालाघाट जिले में पोस्टल बैलेट को मतगणना से पहले ही खोले जाने और छेड़छाड़ की आशंका का एक वीडियो सामने आया है, जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में कांग्रेस पार्टी ने की है। यह अत्यंत गंभीर मामला है। दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिये। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान करता हूं कि वे मुस्तैद रहे और कोई गड़बड़ी ना होने दें। कांग्रेस ने बालाघाट के कलेक्टर गिरीश मिश्रा को लेकर भी शिकायत की है। यह भी कहा है कि अपनी अंतिम सांसें गिन रही शिवराज सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। उधर, इस घटना से बालाघाट जिले के सरकारी कर्मचारी भी आश्चर्यचकित है। आपको यह बता दें इस बार सरकारी कर्मचारियों में सत्ता विरोधी लहर थी जिसका फायदा कांग्रेस को मिलने की बात कही जा रही है। ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) के चलते साल 2005 के बाद नौकरी पर लगे अधिकांश सरकारी कर्मचारियों व उनके परिजनों ने भाजपा के खिलाफ ही वोट दिया। यही नहीं इससे पहले के लगे कर्मचारियों का दिल भी शिवराज सरकार से टूटता दिखा जिसका सीधा-सीधा फायदा कांग्रेस के पक्ष में जाता दिख रहा है। पोस्टल बैलेट का उपयोग सरकारी कर्मचारियों ने विशेष रूप से किया जिनकी ड्यूटी मतदान कार्य में लगी थी। इन्होंने चुनाव ट्रेनिंग के दौरान ही विधिवत रूप से पोस्टल बैलेट की सहायता से अपने मतदान का उपयोग किया था।