किसी को हार्ट अटैक आ जाए तो कैसे दे उसे सीपीआर…एनसीसी कैडेट्स को सिखाया गया

एनसीसी कैडेट्स ने फायरिंग के गुर भी सीखे

विहान हिंदुस्तान न्यूज

एनसीसी ग्रुप इंदौर की 9 एमपी बटालियन इंदौर का दूसरा वार्षिक प्रशिक्षण शिविर जारी है। शिविर में कैडेट्स को अलग-अलग विधा सिखाई जा रही है। समय-समय पर वरिष्ठ अफसर भी कैडेट्स को संबोधित करते हैं। इस शिविर में एनसीसी कैडेट्स को सामान्य जीवन में आने वाली कठिन परिस्थितियों से बचाव के साधन के साथ-साथ इमरजेंसी मेडिकल हेल्प कैसे दी जाए यह भी बताया जा रहा है। हार्ट अटैक के मरीज को किस तरह से सीपीआर दी जा सकती है इस विधा को भी प्रैक्टिकल करके बताया गया।

कैम्प कमाडेंट कर्नल पंकज अत्री ने बताया कि कैम्प में आए सभी 529 जेडी/जेडब्ल्यू एवं एसडी/एसडब्लू के  कैडेट्स को वेपन ट्रेनिंग देने के उपरांत बीएसएफ की रेवती रेंज में पॉइंट 22 डीलक्स राइफल से फायरिंग करवाई गई। धार, धामनोद, महेश्वर, मंडलेश्वर, उज्जैन, बेटमा, मोरोद आदि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो से आए हुए कैडेट्स जिन्होंने सिर्फ फिल्मों में राइफल देखी थी अब वे उठा कर इसे ऑपरेट भी कर रहे हैं। उन्हें फायरिंग करने का जब मौका मिला तो उनका उत्साह और जोश देखकर काफी अच्छा लग रहा था। सभी गर्ल्स और बॉयज कैडेट्स ने उत्साहपूर्वक फायरिंग में भाग लिया और कैडेट्स ने अच्छे  रिजल्ट्स भी दिए। एनसीसी आफिसर कपिल पटेल, सूबेदार राकेश रावत और हवलदार राजकुमार तथा हवलदार पुष्पेंद्र के निर्देशन में फायरिंग की कार्यवाही को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। दोपहर के सत्र में सीएचएल अपोलो हॉस्पिटल इंदौर की आईसीयू हेड डॉक्टर खुशबू अग्रवाल ने कैडेट्स को  सीपीआर का अभ्यास कराया। उन्हे इमरजेंसी स्थिति में किसी हार्ट अटैक आने वाले व्यक्ति की मदद करने हेतु प्रोत्साहित किया। कैडेट्स ने स्वयं मंच पर आकर सीपीआर विधि का प्रैक्टिकल भी किया तथा समझने का प्रयास किया कि किस तरह हार्ट अटैक के पेशेंट को सीपीआर की मदद से उसकी जान बचाई जा सकती है। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान डिप्टी कैम्प कमाडेंट कर्नल वरूण भारतीय उपस्थित थे। कार्यक्रम में डॉक्टर खुशबू अग्रवाल को कर्नल वरुण भारतीय ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। आभार एनसीसी ऑफिसर नीलम शर्मा ने व्यक्त किया। इस अवसर पर एनसीसी ऑफिसर सुजाता मालवीय, आनंद यादव एवं सूबेदार मेजर ब्रजेश सिंह,ट्रेनिंग सूबेदार साजी एस तथा पी आई स्टॉफ उपस्थित थे।

You may have missed

ArabicChinese (Simplified)DutchEnglishFrenchGermanGujaratiHindiItalianMalayalamMarathiNepaliPortugueseRussianSpanishUkrainianUrdu

You cannot copy content of this page