कलेक्टर बोले -एक बैड के लिए 100 मरीज लाइन में, किसी के मरने का कर रहे थे इंतजार, हम भी कब तक लाशें गिनते रहेंगे
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
कोरोना महामारी में हर व्यक्ति का दर्द सामने आ रहा है। गोरखपुर के कलेक्टर के. विजयेंद्र पांडियन ने आज प्रशासन का दर्द बताया। उन्होंने कहा एक समय तो ऐसा आया कि एक बैड के लिए 100 मरीज लाइन में खड़े थे। खुद को बैड मिल जाए इसलिए दूसरे की मौत का इंतजार कर रहे थे। हम भी लाशें गिनते-गिनते थक गए। आप अंगुली उठाकर देख लो कोई घर बचा हो तो। स्थानीय नगर निगम में आयोजित एक कार्यक्रम में कलेक्टर ने भाव सामने आए। वे काफी भावुक हो गए थे। कहने लगे हम चाहते हैं सभी स्वस्थ्य रहे लेकिन ऐसा दूसरी लहर में नहीं हुआ। हमारे साथ दिक्कत यह थी कि कोरोना इतनी जल्दी इफेक्ट कर रहा था कि हम संभल ही नहीं पा रहे थे। तीसरे दिन यह 80 प्रतिशत तक फेफड़े में पहुंच रहा था, पांचवें दिन सांस फूल रही थी और सातवे दिन मरीज की मौत हो रही थी। हर तरफ मरीज ही मरीज थे। मैं खुद मेरे घर की बताऊ तो मेरे सहित परिवार को कोरोना हो गया। जब सब ठीक हुए तो मैंने उन्हें बाहर तेज दिया। आप अंगुली उठाकर देख लें तो पाएंगे हर घर में मरीज मिलेंगे। हम भी लाशें गिनते-गिनते थक गए लेकिन हमें तो काम करते रहना था। कलेक्टर ने कहा मैं उन लोगों को कहना चाहता हूं जो कोरोना प्रोटोकाल को नजरअंदाज करते हैं। यह वायरस हम लोगों का ही इस्तेमाल करता है। हम आपस में करीब आते हैं तो दूसरे में भी लग जाता है। आप मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, समय-समय पर हाथ धोते रहे या फिर सैनेटाइज करें। इतना सा करने में भी जिसे दिक्कत जा रही है तो वह अन्य सभी को परेशान कर रहा है। आप इन बातों का ध्यान रखें।