24 साल के जुड़वा में एक की मौत, मां बोली दूसरा भी नहीं बचेगा ..और वहीं हुआ

विहान हिंदुस्तान न्यूज

वो दोनों जुड़वा भाई साथ-साथ बड़े हुए। एक ही स्कूल में पढ़े और एक साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी की। इतना ही नहीं नौकरी भी साथ में ही की। दोनों ने पिछले माह 23 अप्रैल को अपना 24वां जन्मदिन मनाया। लेकिन ऊपर वाले ने इनके लिए कुछ अलग ही लिखा था। अगले दिन दोनों कोरोना वायरस के शिकार हुए। अस्पताल में भर्ती हुई। 13 मई को तीन मिनट छोटे भाई की मौत हुई। बड़ा भाई जो दूसरे अस्पताल में भर्ती था उसे ये नहीं बताया गया लेकिन मां को लग गया था कि अब वह भी नहीं बचेगा। कुछ ही देर बाद बड़े भाई का मां के पास फोन आया। उसने छोटे के बारे में पूछा तो मां ने कहा वह ठीक है। बड़े ने कहा आप झूठ बोल रही हो और फोन काट दिया। कुछ देर बाद उसकी भी मौत हो गई।यह घटना है उत्तर प्रदेश के मेरठ के उन दो जुड़वा भाईयों की जिनका जन्म 23 अप्रैल 1997 को तीन मिनट के अंतराल में हुआ था। पिता ग्रेगरी रेमंड राफेल और उनकी पत्नी सोजा के दोनों बेटे जोफ्रेड वर्गीज ग्रेगरी और राल्फ्रेड जॉर्ज ग्रेगरी थे। दोनों ने कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की। दोनों ही हैदराबाद की एक कंपनी में नौकरी कर रहे थे। इनकी प्लानिंग कोरिया और फिर जर्मनी जाने की थी। लेकिन ऊपरवाले को कुछ और ही मंजूर था। दोनों एक साथ कोरोना के शिकार हुए और फिर अस्पताल में भर्ती हुए। पहले छोटे भाई राल्फ्रेड की मौत हुई। जोफ्रेड को दिल्ली शिफ्ट करने की तैयारी थी ताकि एक जान तो बची रहे लेकिन शायद उसे आभास हो गया था मेरा भाई नहीं बचा। कुछ ही घंटो बाद उसने भी दम तोड़ दिया हालांकि कैलेंडर की तारीफ 14 मई हो चुकी थी। क्रिश्चियन समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दोनों भाईयों को समीप ही दफनाया गया।

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