15 मई तक पीक पर रहेगा कोरोना, जुलाई अंत तक मिलेगी राहत
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
कोरोना का तांडव अभी कुछ दिन और हमें झेलना पड़ सकता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार 15 मई तक कोरोना पीक पर रहेगा जिसके बाद इसकी लहर धीरे-धीरे कम होती जाएगी। 20 जुलाई के बाद ही कुछ राहत मिलने की संभावना है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर जाते-जाते जुलाई अंत हो ही जाएगा। जून और जुलाई में कुछ प्राकृतिक आपदाएं आने के भी योग बन रहे हैं जिसके चलते भी जान-माल की हानि होना है। सरकार के खिलाफ भी आंदोलन हो सकते हैं।
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ख्यात ज्योतिष पंडित राजेश चौबे के मुताबिक 14 मई तक सूर्य उच्च राशि का है। 27 अप्रैल को पूर्णिमा तथा 11 मई को अमावस्या है। सूर्य की अच्छी स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि अमावस्या के बाद कोरोना की स्थिति कुछ संभल सकती है यानि तब तक तो यह पीक पर रहेगा ही। जनता को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए ताकि हानि से बचा जा सके। 15 मई से सूर्य वृषभ राशि में जाएगा जहां वह राहू के साथ रहेगा। 2 जून को मंगल अपनी नीच राशि कर्क में प्रवेश करके मकर राशि स्थित शनि के सामने होगा। इस दौरान 15 जून को सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे पर 20 जुलाई तक मंगल कर्क राशि में शनि के सामने ही रहेंगे। इस योगायोग के कारण कह सकते हैं कि लगभग जुलाई अंत तक इस कोरोना की सेकंड वेव का असर अपने अंत की ओर बढ़ता हुआ दिखाई देगा। आम जनता के लिए 15 मई के बाद का जो समय है उसमें कोरोना की रफ्तार जरूर धीमी पड़ जाएगी पर कोरोना खत्म होने वाला नहीं है। धैर्य रखते हुए सभी को आगे बढ़ना होगा। इस दौरान कुछ बड़े प्रशासनिक फैसले भी सामने आ सकते हैं।
बारिश कहीं कम-कहीं ज्यादा
जून-जुलाई में हिमालय से लगे हिस्सों में कहीं ग्लेशियर टूट सकते हैं या भूकंप आ सकते हैं। पहाड़ धंस सकते हैं। कहीं बहुत ज्यादा बारिश भी हो सकती है जिससे जल प्रलय की स्थिति बन सकती है। मैदानी इलाकों में कहीं शुरुआती ज्यादा बारिश हो सकती है तो कहीं बारिश नहीं होगी। आंतकवादी गतिविधियां भी हो सकती है। रेल या हवाई दुर्घटना भी हो सकती है। राजनीतिक गतिविधियां भी तेज हो सकती है। सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन भी हो सकते हैं। संभव है इस दौरान महंगाई भी अपने चरम पर पहुंच जाए।