टमाटर चेहरे और प्याज आंखों को कर रही लाल
विहान हिंदुस्तान न्यूज.
त्यौहार के इस दौर में अब प्याज आम लोगों को रूलाने के लिए बेताब दिख रही है। राजनीतिक हलचल में उत्प्रेरक का काम करने वाली प्याज, कीमत की किस शिखर तक पहुंचने के दुस्साहस में कहां तक सफल होगी, अभी यह देखना बाकी है, लेकिन पिछले एक महीने में इसके दाम लगभग दोगुने हो चुके हैं। उधर, टमाटर की भी कीमत पहले से ही टर्रा रही है और लोगों की बेहद जरुरतमंद दोनों सब्जियां लोगों के माथे पर बल डाल रही हैं। फिलहाल अच्छी क्वालिटी की प्याज 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिक रही है। बुधवार को थोक मंडी में प्याज की बिकवाली में राहत देखने को मिली, लेकिन यह राहत आगे भी जारी रहेगी, इसकी संभावना से मंडी सूत्र इंकार कर रहे हैं।
तो प्रदेश की सबसे बड़ी मंडियों में शुमार इंदौर की मंडी से देश के दूरदराज इलाकों तक यहां से सब्जियां ले जायी जाती हैं। केरल, तमिलनाडू और गोरखपुर तक यहां से माल जाता है। उधर केरल में भारी बारिश होने की वजह से फिलहाल सब्जियों के परिवहन की गति धीमी पड़ गई है। इसकी वजह से बुधवार को प्याज की थोक बिकवाली की दर में कमी रही, जो प्याज अब तक 3035 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही थी, वह बुधवार को 2225 रुपए प्रति क्विंटल बिकी। वहीं टमाटर रिटेल में 80 रुपए किलो तक जा पहुंची है। मंडी सूत्रों की मानें तो प्याज की कीमत में राहत मिलना मुश्किल बताया जा रहा है।
कई इलाकों में सितंबर मध्य में भारी बारिश होने की वजह से प्याज की फसल की बुवाई में देरी हो रही है। वहीं इसकी आपूर्ति में भी व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।