पीए ने कहा – शासकीय कार्यालयों में प्राथमिकता के साथ लगाए जाएंगे बिजली के स्मार्ट मीटर, जहां लॉस ज्यादा वहां तुरंत संज्ञान लिया जाएं
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
केंद्र और राज्य के लिए महत्वकांक्षी आरडीएसएस प्रोजेक्ट की सघन तैयारी करे, सूचना प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता सेवाओं और ऑटोमेशन के लिए भरपूर उपयोग किया जाए। शासकीय कार्यालयों में स्मार्ट मीटर प्राथमिकता से लगाने की भी तैयारी की जाए। जहां लॉस ज्यादा मिले वहां तुरंत संज्ञान लिया जाएं।
मप्र ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने ये निर्देश दिए हैं। शुक्रवार की शाम इंदौर के पोलोग्राउंड स्थित बिजली वितरण कंपनी मुख्यालय सभागार में बैठक में उन्होंने कहा कि समय पर बिल जारी करना, दिए गए बिल की मासिक लक्ष्य बनाकर वसूली करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्री दुबे ने विशेष रूप से इंदौर पश्चिम संभाग, बड़वाह, बुरहानपुर, इंदौर ग्रामीण संभाग, धार के अधिकारियों को लक्ष्यापूर्ति के लिए कठोर परिश्रम करने के लिए निर्देश दिए। प्रमुख सचिव श्री दुबे ने कहा कि आरडीएसएस योजना में फरफामेंस के आधार पर ही बिजली के आधारभूत नए कार्यों के लिए राशि प्रदान की जाएगी, ऐसे में परफामेंस कमजोर होने पर मुश्किल आ सकती है, अतः हर डिविजन, सर्कल में कार्य सुधारा जाए। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घरेलू उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती है, ऐसे में शेष देययोग्य राशि की हर हाल में शत-प्रतिशत वसूली जाए। उन्होंने बुरहानपुर की कृषि पंप सर्वे योजना में अच्छा कार्य करने पर सराहना भी की। श्री दुबे ने इंदौर शहर, इंदौर ग्रामीण, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, धार, झाबुआ की बिलिंग दक्षता और राजस्व संग्रहण दक्षता की समीक्षा की और सभी अधीक्षण अभियंताओं को फरवरी, मार्च के राजस्व संग्रहण के लिए ज्यादा ध्यान देने के निर्देश दिए। श्री दुबे ने एरियर की वसूली और विजिलेंस टीम को सक्रियता के साथ मैदानी कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि हमें यह देखना होगा कि किस फीडर से कितनी बिजली जा रही है, बिलिंग कितने की हो रही है, राशि कितनी जमा हो रही है। जहां लॉस ज्यादा आ रहा है, वहां तुरंत संज्ञान लिया जाए।
सभी जिलों में स्थिति सुधार
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने इस अवसर पर कहा कि प्रत्येक जिले में बिलिंग, राजस्व संग्रहण, लॉस घटाने के विशेष प्रयास आदि प्राथमिकता के साथ किए जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, कार्यपालक निदेशक मनोज झंवर, मुख्य अभियंता पुनीत दुबे, अधीक्षण अभियंतागण डॉ. डी.एन. शर्मा, मनोज शर्मा, डी.एस. चौहान, संजय जैन, बी.डी. फ्रेंकलिन, एस.के. सूर्यवंशी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।