इस माह अचानक प्राकृति का संतुलन बिगड़ सकता है!
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पंडित राजेश चौबे (98261-49010)
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अक्टूबर माह में ग्रहों की स्थिति और परिस्थिति बदलेगी, जिसके प्रभाव के आकलन के पूर्व ग्रहों के परिवर्तनों को जानते हैं।
ए. 1 अक्टूबर- बुध -कन्या राशि में वक्री
बी. 2 अक्टूबर – शुक्र- वृश्चिक राशि में मार्गी
सी. 11 अक्टूबर – शनि – मकर राशि में वक्री से मार्गी
डी. 17 अक्टूबर – सूर्य – तुला
ई. 19 अक्टूबर – गुरु – मकर राशि में वक्री से मार्गी
एफ. 22 अक्टूबर – मंगल – तुला (मार्गी)
उपरोक्त तारीखों से ये भिन्न-भिन्न ग्रह अपनी स्थितियों एवं परिस्थितियों में परिवर्तन कर रहे हैं। दो बड़े ग्रह शनि व गुरु मार्गी हो रहे हैं। सूर्य, मंगल 22 अक्टूबर से साथ होकर पुन: अपना बल बढ़ाएंगे। एक अन्य स्थिति में मकर में स्थित शनि, तुला स्थित मंगल को देखेगा व मंगल भी जवाब में अपनी चतुर्थ दृष्टि से शनि को देखेगा। इस तरह के ग्रह योगों में जो वातावरण बन सकता है उसे देखते हैं..
- वर्षा का दौर धीरे-धीरे 10 अक्टूबर तक कमजोर पड़ सकता है।
- सत्ताधीश व प्रशासनिक अधिकारी सख्त हो सकते हैं।
- धार्मिक छलावा बढ़ सकता है।
- जनआंदोलन उन्मुक्त हिसंक हो सकते हैं।
- महंगाई की धार और तेज हो सकती है।
- माह में अचानक नया प्राकृतिक असंतुलन खड़ा हो सकता है।
- हिमालय के शिखरों व समुद्री क्षेत्रों में बिगड़ा पर्यावरण घातक परिणाम दे सकता है।
- आतंकवादी व हिंसक घटनाओं को बल मिल सकता है।
- सीमा पर सैन्य गतिविधियां तेज हो सकती है।
- संक्रमण के लिए बेहतर परिस्थितियां तैयार हो रही है। कोरोना देश के लिए अलग-अलग हिस्सों में पुन: जोर पकड़े ऐसे आसार बन सकते हैं। त्योहारों के दौर में जनता के साथ प्रशासन के पुन: सजग रहने की जरूरत है।
कुल मिलाकर माह के ग्रह योग चुनौतियां प्रस्तुत करने वाले हैं। संकल्प रखकर चलना ही फायदेमंद होगा।