आंखों के ऊपर से निकल रहा था खून…फिर भी भारतीय पहलवान ने हौंसला नहीं खोया और देश के लिए जीता विश्व कुश्ती का स्वर्ण पदक
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प्रिया मलिक
विहान हिंदुस्तान न्यूज
भारतीय पहलवान प्रिया मलिक ने अपना अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए अम्मान में आयोजित अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। प्रिया ने 76 किलोग्राम वजन वर्ग में जर्मनी की लौरा सेलिव कुहेन को 5-0 से पराजित किया। मुकाबले के दौरान प्रिया की बाई आंख के ऊपर कट लग गया था जिसके कारण उसे खून बहने लगा था। दो मर्तबा ऐसा हुआ जब खून निकलने के कारण मुकाबला बीच में रोकना पड़ा। खून निकलने से भी प्रिया विचलित नहीं हुई और जर्मन पहलवान पर आसान जीत दर्ज कर भारत को गोल्ड मैडल दिलाया।
साल 2021 की विश्व कैडेट कुश्ती विजेता प्रिया विश्व कुश्ती में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गई है। इससे पहले अंतिम पंघाना ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था। प्रिया के बारे में कहा जाता है वे बिजली की तेजी से दांव लगाती हैं जिससे विपक्षी पहलवान के पास संभलने के लिए कुछ होता नहीं है। जर्मन पहलवान के साथ भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला। स्थिति यह हुई कि प्रिया के सामने जर्मन पहलवान एक अंक भी हासिल नहीं कर सकी। आपको बता दें कि प्रिया को कुश्ती का शौक अपने दादा पृथ्वीसिंह से मिला जो खुद अपने जमाने के ख्यात पहलवान थे। प्रिया के पिता जयभगवान भी पहलवान थे और सेना में हवलदार के पद से रिटायर हुए। चाचा भी सेना टीम में क्वालिफाइड कुश्ती कोच हैं। साल 2017 में कुश्ती की ट्रेनिंग शुरू करने वाली प्रिया ने चार साल बाद ही विश्व कैडेट कुश्ती का गोल्ड जीता। हालांकि उस समय उसके दादा जीवित नहीं थे। प्रिया ने विश्व कुश्ती में स्वर्ण जीतने के बाद भी अपने दादा को याद किया। स्वर्ण पदक जीतने की खबर जब प्रिया के गांव निदानी (हरियाणा का जींद जिला) पहुंची तो लोगों ने घरों से निकलकर जश्न मनाया और प्रिया के परिजनों को बधाईयां दी।