पुलवामा की मस्जिद में लगवाए जय श्री राम के नारे, निशाने पर सेना का मेजर!
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
कश्मीर का पुलवामा फिर एक बार चर्चा में आ गया है। पहले भारतीय सेना के जवानों की शहादत के लिए इसका नाम सामने आया था लेकिन इस बार बात कुछ अलग है। यहां की एक मस्जिद में पुलवामा के स्थानीय लोगों से जय श्री राम के नारे लगाने में सेना का एक मेजर निशाने पर है। बताया जाता है उसने लोगों से ही नहीं बल्कि मस्जिद में नमाज पढ़ाने वाले आरिफ से भी जय श्री राम के नारे लगाने को कहा। इस घटना के बाद कश्मीर की राजनीति में जहां उबाल आता दिख रहा है वहीं सेना के सूत्रों से खबर आ रही है कि मेजर का कोर्ट मार्शल किया जा रहा है। उन्हें पद से हटा दिया गया है। बताया जा रहा है सेना के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से माफी भी मांगी है।
द टेलीग्राफ अखबार ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है। अख़बार लिखता है कि पुलवामा की मस्जिद में जय श्री राम का नारा लगवाने के आरोपों से सेना घिरी हुई है। इसी मामले में अख़बार ने ख़ुद को घटना का चश्मदीद बताने वाले सिविल सोसाइटी ग्रुप के चेयरमेन अलताफ़ अहमद भट्ट से बात की है जिसने अखबार को बताया कि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को गांव वालों से माफ़ी मांगी है और ये जानकारी दी है कि इस घटना में कथित तौर पर शामिल मेजर को हटा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक सिविल सोसाइटी के भट्ट ने बताया कि सेना के कुछ जवान शनिवार को रात 2 बजे घटना वाली जगह आए थे। उन्होंने मुझसे स्थानीय लोगों, एक सरकारी टीचर को बुलाने के लिए कहा। मैं इन लोगों के घर गया और अपने भाई समेत इन लोगों को लेकर आया।
भट्ट बोले कि कुछ वक़्त बाद मैंने रोने की आवाज़ें सुनीं। मुझे महसूस हुआ कि मेरा भाई व अन्य लोग पीटे जा रहे हैं। मैंने विरोध किया और आवाज़ उठाई लेकिन सैनिकों ने मुझे चुप रहने के लिए कहा। बाद में मुझे पता चला कि सैनिक इन लोगों से मस्जिद का दरवाज़ा खोलने और जय श्री राम का नारा लगाने के लिए कह रहे थे। मैंने देखा कि वो मेरे भाई का सिर बुरी तरह से पकड़े हुए थे। ऐसा लगा कि वो कह रहा था कि मस्जिद के बाहर वो नारे लगा सकता है मगर मस्जिद के अंदर नहीं। बात यही खत्म नहीं हुई। अखबार को भट्ट ने बताया कि एक-डेढ़ घंटे बाद जब सुबह की नमाज़ करवाने के लिए आरिफ मस्जिद में घुसे और लाउडस्पीकर ऑन करके अज़ान पढ़नी शुरू की, तब सैनिकों ने उन्हें बीच में रोक ही दिया। सैनिकों ने आरिफ़ से जय श्री राम के नारे लगाने के लिए कहा। भट्ट ने द टेलीग्राफ अखबार के समक्ष दावा किया कि इंटेलिजेंस विंग से कुछ अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया और घटना के लिए माफ़ी मांगी। भट्ट ने कहा कि कमांडिंग ऑफिसर रविवार को कई अधिकारियों के साथ आए और बताया कि आर्मी मेजर को हटा दिया गया है। मेजर का कोर्ट मार्शल किया जाएगा। हम सेना के एक्शन से संतुष्ट हैं और बस यही चाहते हैं कि ऐसी घटना फिर ना दोहराई जाएं।