मस्जिद के सामने जलाई कुरान, सऊदी अरब सहित मुस्लिम देश भड़के, मोरक्को ने राजदूत वापस बुलाया

सऊदी प्रिंस सलमान ने इस घटना की निंदा की है।

विहान हिंदुस्तान न्यूज

कुरान का विरोध करने वाले एक धड़े ने मस्जिद के सामने इसे जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को लेकर पूरे विश्व के मुस्लिम देश भड़क उठे हैं। स्थिति तो यह हुई की मोरक्को ने अपने राजदूत को ही वापस बुला लिया। यह मामला धीरे-धीरे बढ़ता नजर आ रहा है।

यह घटना स्वीडन में बुधवार को स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने घटित हुई। मस्जिद के सामने करीब 200 प्रदर्शनकारी खड़े थे जो कुरान का विरोध कर रहे थे। कुरान जलाने वाला शख्स खुद इराक से भागकर स्वीडन आया था जिसका नाम सलवान मोमिका है। 37 साल के इस शख्स ने कुरान को फाड़कर उसमें आग लगा दी। मोमिका ने सीएनएन से बात करते हुए कहा कि वह पांच साल पहले इराक से स्वीडन आ गया था और उनके पास स्वीडन की नागरिकता है। उसका कहना है कुरान को दुनियाभर में बैन कर देना चाहिए क्योंकि यह लोकतंत्र, नैतिकता, मानवीय मूल्यों, मानवाधिकारों और महिला ​अधिकारों के लिए खतरा है। इस दौर में यह किताब किसी काम की नहीं है। घटना से संबंधित वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें देखा जा रहा है मोमिका सिगरेट का धुआं उड़ाते हुए कुरान की एक प्रति को हवा में उछालता दिख रहा है। इसके बाद वह कुरान को फाड़कर उसे आग के हवाले कर देता है। वह स्वीडन का झंडा भी हाथ में थामे हुए हैं। घटनास्थल पर कुरान के समर्थन में भी कई लोग खड़े हैं जो अरबी भाषा में अल्लाह महान है के नारे लगा रहे हैं। खास बात तो यह है कि मस्जिद के सामने कुरान का विरोध करने वालों को पुलिस ने अनुमति दे रखी थी जिसका भी काफी विरोध हो रहा है। इससे पहले भी जनवरी माह में कुरान के अपमान की घटना घट चुकी है जिसका विरोध भी काफी हुआ था। असल में स्वीडन की कुल आबादी में 8 प्रतिशत हिस्सा मुसलमानों का है। मुस्लिमों की जनसंख्या लगभग 8 लाख है। यहां ईसाईयों और मुस्लिमों के बीच कई बार झड़पे होती है। ईसाईयों की नाराजगी इस बात से रहती है कि मुस्लिमों की कुछ संस्थाएं धर्म परिवर्तन कराने के काम में लगी है। मुस्लिम सड़कों पर नमाज पढ़ने बैठ जाते हैं जिससे यातायात अवरुद्ध होता है। मुस्लिमों पर आरोप लगते हैं कि ये आबादी में भले ही कम है लेकिन ईसाई समुदाय को टारगेट करते हैं। ईसाई महिलाओं को बहकाकर उन्हें प्रेम जाल में फंसाते हैं और फिर धर्म परिवर्तन कराते हैं। उधर, मुस्लिमों का कहना है स्वीडन में उन्हें हेय दृष्टि से देखा जा रहा है। इस्लाम व कुरान को लेकर नफरत की जा रही है।

मोरक्को ने राजदूत को वापस बुलाया, तुर्की ने भी किया विरोध

कुरान जलाने की इस घटना को लेकर सऊदी अरब ने स्वीडन सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे घृणित कार्य बताया है। तुर्की ने कहा है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह के इस्लाम विरोधी कृत्यों को अंजाम देने की अनुमति देना अस्वीकार्य है। इस तरह के जघन्य कृत्यों को अनदेखा करना अपराधी से सहभागिता करना है। उधर, मोरक्कों ने स्वीडन से अपने राजदूत को अनिश्चितकाल के लिए वापस बुला लिया है। मोरक्को के विदेश मंत्रालय ने स्वीडन के राजनयिक को भी समन किया। इस घटना को लेकर मोरक्को ने असंतोष जाहिर किया और स्पष्ट किया कि इस तरह की घटना निंदनीय है।

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