रजिस्ट्री कराते समय पेनकार्ड नहीं मांगेगी सरकार लेकिन आधार आपके मोबाइल से लिंक हो, डिंडोरी, रतलाम, हरदा और गुना में जनवरी माह से मिलेगी नई सौगात

विहान हिंदुस्तान न्यूज

जनवरी 2024 से डिंडोरी, रतलाम, हरदा और गुना को संभवत: नई सौगात मिल सकती है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इन चारों जिलों में संपदा 2.0 लागू किये जाने की संभावना है जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है। इस प्रोजेक्ट के तहत यूजर या सेवा प्रदाता के स्तर पर ई-आधार बेस होगा। क्रेता-विक्रेता और दो गवाहों के आधार नंबर लिंक कर दस्तावेज में हस्ताक्षर कराए जाएंगे। यह हस्ताक्षर केवल आधार बेस होगा, पेन नंबर का उपयोग नहीं करना पड़ेगा। थंब इंप्रेशन डिवाइस की आवश्यकता रहेगी। यह आवश्यक है कि आपका आधार नंबर मोबाइल से लिंक होगा क्योंकि रजिस्ट्री के दौरान ओटीपी भी आपके पास आएगा।

मिली जानकारी के अनुसार संपत्ति सीधे पोर्टल से लिंक होगी और उसकी चतुर सीमा पोर्टल या कस्टोडियन डिपार्टमेंट के अनुरूप ऑटो फीड हो जाएगी। आंशिक भाग का हस्तांतरण होने पर चौहद्दी की विंडो अलग से खुलेगी जिसमें उसी अनुरूप टंकण करना होगा। कस्टोडियन विभाग से प्राप्त डाटा और ई-आधार में एकरूपता होने पर ही दस्तावेज को उप-पंजीयक स्वीकार करेगा अन्यथा उसे भविष्य में होने वाले किसी भी प्रकार के विवाद को ध्यान में रखते हुए अस्वीकार करने का पूर्ण अधिकार रहेगा। खसरा और नक्क्षा कस्टोडियन विभाग के डाटा अनुरूप ऑटो फीड हो जाएगा जिसे अलग से अपलोड नहीं किया जाएगा। जानकारी यह आ रही है कि आंशिक भाग के विक्रय पर अपलोड के ऑप्शन के लिए कहा गया है जिसमें सुधार किया जा रहा है। क्रेता-विक्रेता के नाम और संपत्ति का विवरण एप्लीकेशन के अनुसार डीड में ऑटो फीड हो जाएगा जिसे सुधारने का कोई विकल्प नहीं रहेगा। यह डाटा मेटा की एकरूपता को प्रदर्शित भी करेगा। इसके अतिरिक्त और जो भी आवश्यक रहेगा उसे टंकण का ऑप्शन मिलेगा। उप-पंजीयक के स्तर पर उसी अनुरूप दस्तावेज बुक होगा जैसा होता है। सभी पक्षकारों की उपस्थिति में ई-आधार बेस हस्ताक्षर करवाएं जाएंगे लेकिन पेन की आवश्यकता नहीं रहेगी। आधार में लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी के नंबर को फीड करते ही हस्ताक्षर की मुद्रा लग जाएगी। एप्लीकेशन के विवरण में रुपये के लेन-देन का आवश्यक ऑप्शन मिलेगा जिसके अनुरूप दस्तावेज में प्रिंट प्राप्त होगा।

विभाग संक्षिप्त जानकारी देगा

सॉफ्टवेयर के अंतिम स्तर पर सुधार होने पर उसके विवरण से विभाग संबंधितों को संक्षिप्त जानकारी देगा। सभी सेवाप्रदाताओं को थंब इंप्रेशन डिवाइस अति आवश्यक रहेगा। अपने पक्षकारों को यह अवगत कराना होगा कि आधार और लिंक मोबाइल नंबर उसके पास होना चाहिए। आधार और उस पर लिंक मोबाइल नंबर नहीं होने पर परेशानी आ सकती है। आधार को अपडेट कराना आवश्यक हो गया है जिसमें फोटो रहेगा ताकि पक्षकारों की पहचान हो सके।

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