इंदौर के सांई मंदिर में फटी जींस-मिनी स्कर्ट पहनने वालों को प्रवेश नहीं
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मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
इंदौर के छत्रीबाग स्थित सांई मंदिर में अब अमर्यादित कपड़े पहनकर आना वर्जित किया गया है। यहां स्पष्ट रूप से ऐसे कपड़े पहनकर आने पर मना कर दिया गया है। संभवत: यह इंदौर का पहला सांई मंदिर है जहां भक्तों के कपड़ों को लेकर कोई दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इस मंदिर में चिकित्सा सेवाएं भी दी जाती है जिसका लाभ अनेकों धर्म के मरीज भी उठाते हैं । मंदिर में चलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की काफी सराहना की जाती है।
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मंदिर के मुख्य द्वार व परिसर के अन्य स्थानों पर एक बैनर लगाया गया है जिसपर स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि मंदिर में फटी जींस, गाउन, मिनी स्कर्ट, बरमूडा आदि अमर्यादित वस्त्र पहनकर प्रवेश न करें। यह देखने में आता है कि कुछ लोग भगवान के दर्शन तो करना चाहते हैं लेकिन उनके वस्त्र कुछ इस तरह के रहते हैं जिससे अन्य लोगों को शर्म आ जाती है। यही कारण है कि अमर्यादित वस्त्रों को लेकर कई स्थानों पर प्रवेश प्रतिबंधित किये जा रहे हैं। कुछ डॉक्टर्स भी अपनी क्लिनिक पर इस तरह के कपड़े पहनकर आने वालों को प्रवेश नहीं दे रहे हैं। यदि मंदिरों व अन्य स्थानों पर इस तरह से प्रवेश बंद होंगे तो इसका सबसे ज्यादा असर उन कंपनियों पर होगा जो इस तरह के वस्त्र तैयार करते हैं। युवाओं में फटी जींस पहनने की काफी फैशन है और कई इंटरनेशनल ब्रांड्स तो फटी जींस पर ही फोकस करते हैं। ऐसे में फैशन पर भी अंतर आएगा क्योंकि सनातनी युवाओं में अपने धर्म को लेकर जाग्रति काफी बढ़ती जा रही है। इंदौर के छत्रीबाग स्थित सांई मंदिर में गुरुवार को काफी श्रद्धालु आते हैं जिसमें युवाओं की संख्या भी काफी ज्यादा होती है। फिलहाल यह देखना होगा कि मंदिर कमेटी कितनी सख्ती से इसे लागू करती है। वैसे मंदिर प्रबंधन समिति के इस फैसले का अधिकांश श्रद्धालुओं ने स्वागत किया है।