तालिबान के आने से जम्मू-कश्मीर की हलचल पर गृह मंत्री शाह ने बुलाई बैठक
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
अफगानिस्तान में तेजी से बदले हालातों के बाद तालिबान ने वहां कब्जा कर लिया है। तालिबान के सत्ता में आने से सरकार को जम्मू-कश्मीर की स्थिति भी कुछ बदलती दिख रही है। पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले घाटी के कुछ नेता फिर मुखर हो गए हैं जिसके चलते केंद्र सरकार इसे गंभीरता से ले रही है। इन्हीं बदलती हुई परिस्थितियों को देखते हुए देश के गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को राज्य के हालातों को लेकर बैठक ली।
इस उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार, रॉ प्रमुख सामंत गोयल, बीएसएफ डीजी पंकज सिंह और सीआरपीएफ प्रमुख कुलदीप सिंह बैठक में शामिल हुए। यह बैठक दो घंटे तक चली जिसमें हर बिंदु पर चर्चा हुई। मिली जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद किस तरह से जम्मू-कश्मीर की स्थितियां बदल रही है उसे लेकर चर्चा हुई। विहान हिंदुस्तान डॉटकॉम ने भी कश्मीर घाटी की स्थिति में हो रहे बदलाव को लेकर सरकार को आगाह किया था। ‘कश्मीर की जनता शांत, मोदी और तालिबान पर रख रही ध्यान’ इस नाम के शीर्षक से प्रकाशित खबर में जम्मू-कश्मीर के बदलते हाल को बयां किया गया है। इसमें बताया गया है कि आईएसआई घाटी में कुछ पुराने आतंकवादियों को फिर से सक्रिय करने की तैयारी में है। इनमें से कुछ भाजपा से जुड़े पूर्व आतंकवादी भी शामिल हैं जो सजा काटने या माफी पाने के बाद पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।