साढ़े नौ करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले शराब कारोबारी की दो साल बाद म.प्र. सरकार ने शुरू की खोज
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मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
म.प्र. में रेत खनन और शराब कारोबार से जुड़े माफियाओं ने सरकार को भारी घाटे में लाकर खड़ा किया है हालांकि कुछ जनप्रतिनिधियों-अफसरों के संगठित अपराध के कारण कुछ घोटाले निकलकर दब जाते हैं तो कुछ बाहर ही नहीं आ पाते। कुछ ऐसा ही मामला धार जिले से सामने आ रहा है जिसमें शराब कारोबारी ने दो साल पहले जिस घटना को अंजाम दिया अब अफसर उसकी ढूंढ़ कर रहे हैं जिसके लिए सूचना देने वाले को इनाम तक देने का वादा किया गया है। इनाम क्या होगा इस बारे में खुलकर उल्लेख नहीं किया जा रहा है।
जिस शराब कारोबारी की तलाशकी जा रही है वह है राजेश पिता रघुवीरशरण साहू निवासी चिरगांव, झांसी (उत्तर प्रदेश)। राजेश पर आरोप है कि उसने देशी-विदेशी मदिरा एकल समूह गंधवानी व बदनावर से शासन को 9.58 करोड़ रुपये की हानि पहुंचाई है। यह हानि उसने साल 2020-21 के ठेके के दौरान पहुंचाई। ध्यान देने वाली बात तो यह है कि शासन अब इस आरोपी की तलाश को लेकर कमर कस रहा है। इसके लिए उसने बाकायदा राजपत्र में सूचना जारी कराई है। इसमें कहा गया है जो भी राजेश पिता रघुवीरशरण साहू की जानकारी देगा उसका नाम तो गुप्त रखा जाएगा साथ ही उसे इनाम भी दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार देशी-विदेशी मदिरा एकल समूह गंधवानी से शासन को 8,3101611 रुपये की राजस्व हानि हुई है जबकि देशी-विदेशी मदिरा समूह बदनावर पर 12714665 रुपये बकाया हैं। आपको बता दें म.प्र. आबकारी विभाग में घोटालों की तगड़ी फेहरिस्त है। यहां कई जिलों में फर्जी चालान कांड भी हुए जिसमें इंदौर जैसा प्रदेश का सबसे बड़ा शहर भी शामिल है। घोटाला सामने आने के बाद शासन द्वारा संबंधित अफसरों को दंडित न करना या दंड के नाम पर औपचारिकता निभाना एक संगठित अपराध की तरफ इशारा करता है। यह जनता की गाढ़ी कमाई से खिलवाड़ करने वाला बड़ा अपराध है जिसकी बड़ी एंजेसिंया जांच करें तो कई तथ्यों का खुलासा होगा।