इन फैक्टर्स पर शेयर बाजार में इस सप्ताह रहेगी नजर

विहान हिंदुस्तान न्यूज

बिकवाली के भारी दबाव के बीच 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान शेयर बाजार 2.5 फीसदी टूट चुका है। यह जून के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। इसके पीछे कारण विभिन्न देशों में कोरोना संकट की हलचल, कमजोर वैश्विक संकेतों, मंदी के डर, यूएस फेडरल रिजर्व की तरफ से सख्ती सहित कई कारण है जिससे इनवेस्टर्स की चिंता बढ़ गई है। इक्विटी बेंचमार्क अपने 1 दिसंबर के रिकॉर्ड हाई से 6 फीसदी टूट चुके हैं। बीएसई सेंसेक्स ने अपना 60,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर तोड़ दिया है। सप्ताह के दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 15 अंक टूटकर 59,845 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, निफ्टी 50 462 अंक गिरकर 17,807 पर आ चुका है।

जानकारों की माने तो इस सप्ताह में बाजार की नजर 30 दिसंबर को आने वाले कोर सेक्टर डेटा और करेंट अकाउंट डेफिसिट पर रहेगी। वहीं, दिसंबर माह की एक्सपायरी के चलते भी ट्रेडर व्यस्त रहेंगे। जानकारों को लगता है कि पिछले तीन सप्ताह की गिरावट से मार्केट स्ट्रक्चर बदल गया है और अभी गिरावट जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं।

कोविड से जुड़ी चिंताएं – 

जानकारों के अनुसार इस हफ्ते कोविड के कितने प्रकरण दर्ज होते हैं इन मामलों पर सभी की नजर रहेगी। चीन, अमेरिका, जापान सहित दुनिया के कई हिस्सों में एक नया कोविड वेरिएंट सामने आने से बाजार के पार्टिसिपेंट सतर्क हो गए हैं। चीन में नए ओमीक्रोन वैरिएंट BF.7 के कारण कोविड की नई वेव की खबरें हैं। वहीं गुजरात और ओडिशा में भी इसके कुछ मामले सामने आए हैं।

मैक्रोइकोनॉमिक डेटा – 

जानकारों के अनुसार 30 दिसंबर को नवंबर महीने के फिस्कल डेफिसिट और कोर सेक्टर के आंकड़े सामने आएंगे। इसके अलावा, 16 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के बैंक लोन और डिपॉजिट ग्रोथ और 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े शुक्रवार को जारी होंगे।

ग्लोबल मैक्रोइकोनॉमिक डेटा – 

जानकारों के अनुसार इस सप्ताह इन वैश्विक मैक्रोइकोनॉमिक डेटा प्वाइंट्स पर बाजार की नजर रहेगी :

तेल की कीमतें – 

जानकारों के अनुसार लगातार दूसरे सप्ताह तेल की कीमतों में रैली रही लेकिन मंदी की आशंकाओं के बीच कमजोर डिमांड आउटलुक पिछले तीन हफ्तों से ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 85 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बना हुआ है। पिछले सप्ताह, इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स लगभग 6 फीसदी बढ़कर 79 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। शेयरखान बाई बीएनपी पारिबा के रिसर्च एनालिस्ट मोहम्मद इमरान के मुताबिक हम क्रूड ऑयल की कीमतों में सीमित अपसाइड देखते हैं।

एफआईआई फ्लो – 

एफआईआई और एफपीआई की तरफ से फ्लो में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। हालांकि, डीआईआई को देश की प्रगति पर पूरा भरोसा है। प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में एफआईआई ने लगभग 1,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं डीआईआई ने सप्ताह के दौरान 8,500 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

आईपीओ –   

जानकारी आ रही है कि इस हफ्ते 2 कंपनियां अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर लॉन्च करेंगी। वहीं 2 कंपनियों के आईपीओ स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होंगे। पहला आईपीओ रेडिएंट कैश मैनेजमेंट सर्विसेज का है, जो अगले हफ्ते 27 दिसंबर तक खुला रहेगा। यह ऑफर 23 दिसंबर को लॉन्च किया गया था। रिटेल कैश मैनेजमेंट सर्विसेज मुहैया कराने वाली इस कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए 94 से 99 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड रखा है। ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी कुल 388 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। दूसरा आईपीओ साह पॉलिमर्स का होगा, जो 30 दिसंबर को खुलेगा और 4 जनवरी को बंद होगा। यह इस साल लॉन्च होने वाला IPO होगा बल्कि पैकेजिंग सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली यह कंपनी सोमवार 26 दिसंबर को अपने प्राइस बैंक का ऐलान करेगी। केफिन टेक्नोलॉजीज के शेयरों की अगले 29 दिसंबर को लिस्टिंग होंगी। कंपनी का 1,500 करोड़ रुपये का आईपीओ 2.59 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ 21 दिसंबर को बंद हुआ था।

टेक्निकल व्यू – 

जानकारों के अनुसार निफ्टी 50 ने डेली चार्ट्स के साथ-साथ वीकली स्केल पर लॉन्ग बियरिश कैंडिल बनाया है। इससे शॉर्ट टर्म में कमजोरी के संकेत मिल रहे हैं। साथ ही, यह लगातार दूसरे सप्ताह और लगातार दूसरे सेशन में लोअर हाइज लोअर लोज बनाता रहा है। शेयर मार्केट के विशेषज्ञों के अनुसार तकनीकी रूप से निफ्टी ने कई सपोर्ट लेवल तोड़ दिए हैं। हालांकि रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स ओवरसोल्ड टेरिटरी की ओर बढ़ रहा है। यदि निफ्टी 17,840 के 100-डीएमए पर बने रहने में सफल रहता है तो हम मार्केट में शॉर्ट कवरिंग की उम्मीद कर सकते हैं।

एफएंडओ क्यू – 

बात यह आ रही है कि जैसे ही हम मंथली एफएंडओ एक्सपायरी वीक में प्रवेश करेंगे, बाजार में उतार-चढ़ाव दिख सकता है। ऑप्शन डेटा से संकेत मिलते हैं कि निफ्टी 50 के लिए 17,500-17,800 पर नियर टर्म सपोर्ट नजर आ सकता है। वहीं 18,000-18,200 पर रेजिस्टेंस दिख सकता है।

इंडिया VIX –

जानकारों के अनुसार पिछले कुछ दिन में वॉलेटिलिटी इंडेक्स तेजी से बढ़ा है। मंदड़िए खासी सहज स्थिति में हैं, वहीं तेजड़ियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। बाजार में डर का अनुमान जाहिर करने वाला इंडेक्स इंडिया VIX 41 फीसदी बढ़कर 23 दिसंबर को 16.16 के स्तर पर पहुंच गया, जो 13 दिसंबर को 11.43 के स्तर पर था।

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