महापौर कुश्ती में इन बालिका पहलवानों पर सबकी नजर
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मुनीष शर्मा, विहान हिंदुस्तान न्यूज
इंदौर के छोटे नेहरू स्टेडियम में आयोजित महापौर कुश्ती प्रतियोगिता में 6 छोटी पहलवान सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है। एक जैसे ट्रेक सूट में दिखाई दे रही ये बालिका पहलवान एनजीओ आंचल शिवकर्म स्थली सोशल वेलफेयर सोसायटी से हैं। यह एनजीओ उन बालिकाओं को अपने पास रखता है जिनके पिता या माता में से किसी की मृत्यु हो गई है या फिर दोनों ही नहीं हैं।
शनिवार को दोपहर 3 बजे से स्टेडियम में बैठी इन बालिकाओं को अपनी कुश्ती का इंतजार है। कुछ कुछ देर में ये बालिका पहलवान आपस में जोर करने लगती है ताकि वे बैठे बैठे थके नहीं। उनके साथ आई उनकी मैनेजर सुमित्रा मिश्रा पूरी देख रेख कर रही हैं हालांकि उन्होंने कभी कुश्ती लड़ी नहीं। सुमित्रा मिश्रा ही आंचल शिवकर्म स्थली सोशल वेलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष व संस्थापक हैं। वे अपने पति व रीयल एस्टेट के कारोबारी शैलेंद्र मिश्रा (पप्पू) की सहायता से संस्था चलाती हैं।
विहान हिंदुस्तान डॉटकॉम ने जब संस्था की शुरुआत और खिलाड़ियों के बारे में जानना चाहा तो सुमित्रा मिश्रा का कहना था मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संस्था मातृ छाया से जुड़ी हूं। मैंने वहां 11 साल सेवाएं दी है। मुझे शुरू से ही सेवाकार्य में रूचि रही है और शादी के समय मैंने मेरे पति को भी अपनी इच्छा बताई थी। उनके सहयोग से मैंने संस्था बनाई और आज 4 साल से हम इस संस्थान को चला रहें हैं। हमारे संस्थान में फिलहाल 25 बेटियां हैं। संस्थान का भवन बांबे हॉस्पिटल के सामने स्थित है। हमारी संस्था की सभी बेटियां इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाई करती है। कुछ बेटियां जूडो-कराते तो कुछ रेसलिंग करती है जिन्हें हम कोचिंग हम दिलवाते हैं। इन खेलों के लिए कोच आते हैं। मैंने अपने सेवाकार्य में यह देखा है कि कम उम्र की बच्चियों को विशेष रूप से मां की आवश्यकता रहती है क्योंकि मां उस बेटी की सहेली भी रहती है। मैं इनकी मां ही हूं और सारी बेटियां मुझसे वैसा ही लगाव रखती भी है। हमारा प्रयास है इन बेटियों को अच्छी पढाई के साथ किसी खेल में भी आगे बढ़ाए। इनकी कामयाबी ही हमारी कामयाबी है।