सिद्धू के ‘खसके’ बोल : कहा – थानेदार की पेंट गीली हो जाती थी, बयान पर पुलिसकर्मी भड़के
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विहान हिंदुस्तान न्यूज
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू पर दिमागी रूप से जो ‘खसक’ जाने के आरोप लग रहे हैं उन आरोपों को वे भी कहीं न कहीं सत्य साबित करते जा रहे हैं। सोमवार को सिद्धू फिर चर्चाओं में इसलिए आए क्योंकि उनका एक भाषण वायरल हुआ। इस भाषण में वे विधायक नवतेजसिंह चीमा के लिए कह रहे हैं चीमा इतना तेज था कि उसके सामने थानेदार की पेंट गीली हो जाती थी। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ पंजाब पुलिस के कुछ अधिकारियों ने ही कांग्रेस अध्यक्ष को आड़े हाथों लिया। ऐसा नहीं कि सिर्फ पुलिसकर्मी या विपक्ष ही सिद्धू के इस ‘खसके’ बोल पर नाराज है बल्कि कांग्रेस के भी कुछ सांसदों व वरिष्ठ नेताओं ने नाराजगी व्यक्त की है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा सिद्धू को यह समझना चाहिए कि पंजाब पुलिस में महिलाएं भी हैं जिनमें से कई थानेदार के पद पर भी है। उन्होंने पुरुषों के साथ महिला पुलिस का भी अपमान किया है।
एक रैली में नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब पुलिस पर यह विवादास्पद बयान दिया। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू ने सुल्तानपुर लोधी में एक रैली में पिछले दिनों विधायक नवतेज सिंह चीमा की ओर इशारा करते हुए यह बयान दिया था। उन्होंने कहा कि चीमा इतना तेज था कि उसके सामने थानेदार की पेंट गीली हो जाती थी। सिद्धू के बयान ने पंजाब में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। ‘थानेदार की पैंट गीली’ वाले इस बयान पर पंजाब पुलिस की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। इस बयान को शर्मनाक बताया जा रहा है। चंडीगढ़ के डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल ने एक वीडियो जारी कर सिद्धू के बयान की कड़ी आलोचना की है। इसके बाद जालंधर के भी एक सब इंस्पेक्टर ने सिद्धू के बयान पर विरोध जताया है। डीएसपी चंदेल ने सिद्धू की टिप्पणी को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि यह काफी शर्मनाक बात है कि एक वरिष्ठ नेता अपने पुलिस बल के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करता है। उन्हें अपमानित करता है। उन्होंने कहा कि पुलिस वह ताकत है जो उनकी और उनके परिवार की रक्षा करती है। चंदेल ने कहा कि उन्हें सुरक्षा में तैनात पुलिस बल के जवानों को वापस कर देना चाहिए। डीएसपी ने कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि सुरक्षाबलों के बिना एक रिक्शा चालक भी उनकी बात नहीं सुनेगा। मैं इस टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं। उन्हें अपने पुलिस बल के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पुलिस बल की अपनी गरिमा और सम्मान है। इस गरिमा को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उधर, लुधियाना के सांसद बिट्टू ने कहा है कि पुलिस के बारे में जो भी कुछ भी कहा गया है, उसके लिए मैं माफी मांगता हूं। उन्होंने पंजाब में आतंकवाद को खत्म करने से लेकर कोविड-19 के समय में पुलिसकर्मियों के काम की सराहना की।