नींद कम तो थोड़ी सी बचेगी जिंदगी, दिल-दिमाग भी नहीं करेंगे काम

विहान हिंदुस्तान
नींद को लेकर अनेक शोध किए गए हैं और इस पर लगातार मानव की नजर बनी हुई है, क्योंकि मानव के महत्वपूर्ण कार्यों में नींद भी शामिल है। ऐसे ही किए जा रहे शोध में चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि अगर नींद उचित समय तक या ठीक से नहीं ली जाए तो इससे जिंदगी 12 प्रतिशत तक घट जाती है। साथ ही यह शरीर के प्रमुख तीन अंगों को बेकार भी कर देती है।
इसलिए यह ज्यादा प्रमाणिक तौर पर कहा जा रहा है कि नींद छह से आठ घंटे तक लेनी ही चाहिए। साइंस जर्नल की स्टडी के मुताबिक नींद नहीं आने की कई वजहें हैं, उनमें धोखा खाना, ध्वनि प्रदूषण, प्रकाश प्रदूषण, तनाव, बेचैनी, बेइज्जती, सामाजिक-आर्थिक, काम करने की शिफ्ट और टाइमिंग शामिल है। यही वजह है कि अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों में नींद को लेकर कई तरह की समस्याएं आती रहती हैं।
नींद सही तरीके से पूरी नहीं होने का असर दिमाग पर पड़ता है और इससे दिमाग के काम करने की क्षमता घटती है और वह जल्दी थकने लगता है। इसकी वजह से गलतियां होना शुरू हो जाती हैं। सड़क पर हादसा हो सकता है। फैसले लेने की क्षमता कमजोर हो जाती है। तनाव का स्तर बढ़ जाता है। बेचैनी बढ़ जाती है। इससे डिमेंशिया या अल्जाइमर्स जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
गहरी नींद नहीं लेने पर दिल का खतरा भी बढ़ जाता है। हाइपरटेंशन होने की वजह से दिल का दौरा पड़ सकता है।
इसके अलावा कम होने से शरीर का मेटाबोलिज्म बिगड़ जाता है। पाचन शक्ति घट जाती है। आग्नेशय या प्रेंक्रियाज ठीक ढंग से काम नहीं करते हैं और मोटापा बढ़ता है। शरीर इंसुलिन का विरोध करने लगता है। इससे डायबिटीज टाइप-टू होने के चांसेज हो जाते हैं।
सही ढंग से नींद पूरी नहीं होने पर शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होता जाता है। इससे जल्दी जुकाम होता है। इम्यून सिस्टम वैक्सीन और दवाओं के हिसाब से काम नहीं कर पाता है और कई बीमारियों से निजात पाने में काफी समय लगता है।

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