सोनाली फोगाट को दिया था मेथमफेटामाइन ड्रग, इससे ऊर्जा व आनंद बढ़ता है

विहान हिंदुस्तान न्यूज

गोवा के एक क्लब में भाजपा नेत्री व टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट को मेथमफेटामाइन ड्रग दिए जाने की बात सामने आई है जिसकी ज्यादा मात्रा से इस स्टार की मौत हुई। यह ड्रग शरीर में ऊर्जा व आनंद बढ़ाता है। बताया जाता है सोनाली को पहले भी यह ड्रग दिया जाता रहा है ताकि उनमें संतोष व आनंद का सुख बना रहे और आरोपी सुधीर सांगवान उनका पूरा-पूरा फायदा उठाता रहे।

गोवा पुलिस ने ड्रग पैडलर दत्ता प्रसाद गांवकर को गिरफ्तार किया जिससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि सोनाली को मेथमफेटामाइन ड्रग ​दी गई थी। यह ड्रग मस्तिष्क में डोपामाइन (प्राकृतिक रसायन) की मात्रा को बढ़ाता है। डोपामाइन दिमाग में बनने वाला एक रसायन है जो संतोष और आनंद की भावनाओं को जगाता है। इसका स्तर बढ़ने से ऊर्जा में वृद्धि होती है और इंसान आमतौर पर उत्साहित महसूस करता है। यही कारण है कि लोगों को मेथमफेटामाइन की आदत लग जाती है। इस ड्रग को सिगरेट की तरह जलाकर, दवा की तरह निगलकर, इंजेक्ट कर, नाक से खींचकर या पानी में मिलाकर लिया जाता है। सोनाली को यह ड्रग पानी में मिलाकर दिया गया जिसके सीसीटीवी फुटेज भी देखने को मिले। मेथामफेटाइन ड्रग से व्यक्ति के शरीर में अत्यधिक ऊर्जा का संचार होता है, उसे भूख कम लगती है, सांसे और दिल की धड़कने तेज हो सकती है। इससे ब्लड प्रेशर और शरीर का तापमान भी बढ़ सकता है। इस ड्रग को ज्यादा मात्रा में लेने पर कार्डियक अरेस्ट हो सकता है या लंबे समय तक ड्रग इंजेक्ट करने पर एचआईवी और हेपटाइटिस बी व सी का खतरा हो सकता है। अमेरिका में युवाओं के बीच इस ड्रग की काफी लोकप्रियता है जो सरकार के लिए चिंता का कारण भी है। साल 2017 के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका की आबादी के 5.4 प्रतिशत लोगों ने कम से कम एक बार ड्रग लिया है। ड्रग के ओवरडोज से होने वाली मौतों में से लगभग 15 प्रतिशत मौते मेथामफेटामाइन के कारण हुई थी। भारत की ड्रग कंट्रोल एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने भी क्रिस्टल मेथमफेटामाइन के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता जताई है।

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