लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने क्वींस कॉलेज की बस का फिटनेस किया निरस्त, प्रबंधन को नोटिस….पुलिस प्रकरण भी हुआ दर्ज
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बस का निरीक्षण करता जांच दल
विहान हिंदुस्तान न्यूज
क्वींस कॉलेज की बस MP09PA0470 से सोमवार की सुबह करीब 7.15 बजे एक छात्रा गिर गई थी। यह छात्रा एकाएक बस के इमरजेंसी गेट के खुलने से गिरी थी जिसकी जानकारी सर्वप्रथम विहान हिंदुस्तान डॉटकॉम ने जारी की थी। इस घटना से संबंधित खबर जब कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के पास पहुंची तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई कर दी। रात में प्रत्यक्षदर्शी नरेश वर्मा ने भी स्कूल प्रबंधन को आड़े हाथों लिया। वर्मा ने भंवरकुआ थाने पहुंचकर इस संबंध में पुलिस प्रकरण दर्ज करा दिया।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने जानकारी मिलते ही तत्काल आरटीओ और तहसीलदार नीरज प्रजापति को मौके पर भेजा। अधिकारियों ने जब बस की जांच की। स्कूल प्रबंधन और छात्रा के पिता से भी चर्चा की गई। जांच दल के सामने यह बात आई की बस में जगह नहीं होने से छात्रा को खड़ा होना पड़ा यानी बस ओवरलोड थी। जांच में यह बात भी सामने आई कि बस का दरवाजा ठीक से बंद नहीं था या खराब था। अधिकारियों ने जांच के बाद तत्काल उक्त बस का फिटनेस प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया एवं वाहन को जारी परमिट तथा ड्राइवर का लाइसेंस निलंबित कर दिया। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की ओर से भी कॉलेज प्रबंधन को नोटिस जारी किया जा रहा है।
मुझे लगा की ऐसे मामले में आगे आना चाहिए इसलिए दर्ज कराई एफआईआर
इंदौर में संभवत: पहली बार कोई प्रत्यक्षदर्शी ने किसी स्कूल की बस से दुर्घटना का शिकार हुए छात्र के पक्ष उतरकर कोई पुलिस कार्रवाई की है। यह पुलिस कार्रवाई क्वींस कॉलेज की बस से छात्रा के गिरने के बाद उसकी तुरंत सहायता करने वाले नरेश वर्मा ने कराई। नरेश वर्मा खुद सरकारी कर्मचारी रहे हैं जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सोमवार रात नरेश वर्मा ने भंवरकुआ थाने पहुंचकर टीआई शशिकांत चौरसिया से भेंट की और अपनी इच्छा जाहिर की। टीआई शशिकांत चौरसिया ने भी नरेश वर्मा के कार्य की सराहना करते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज करवा दी। अब पुलिस जांच से भी स्कूल प्रबंधन को गुजरना होगा। स्कूल के संचालक रमेश मूलचंदानी और प्राचार्य गीता चंद्रशेखर हैं जिनसे भी पूछताछ संभव है।