जिस आतंकवादी को भारतीय जवानों ने तीन बोतल खून देकर बचाया उसे पड़ा दिल का दौरा, मौत

तबरक हुसैन

विहान हिंदुस्तान न्यूज

पाकिस्तान से भारत में आकर फिदायीन हमला करने की साजिश रचने वाले आतंकवादी तबरक हुसैन की दिल का दौरा पड़ने से कुछ देर पहले मौत हो गई है। यह वही आतंकवादी है जिसने भारतीय सीमा में घुसने की हिमाकत की थी लेकिन चौकन्ने भारतीय सेना के जवानों ने उसपर गोलियां बरसा दी। जब वह गंभीर घायल हो गया तो अस्पताल भी सेना के जवान ले गए और डॉक्टर ने कहा आतंकी के शरीर में खून की कमी हो गई तो सेना के जवानों ने उसे तीन बोतल खून भी दिया।

तबरेज का इलाज सेना के अस्पताल में चल रहा था। खून चढ़ने के बाद यह आतंकवादी स्वस्थ भी हो गया था लेकिन वह बार-बार मरने की बात ही कह रहा था। वैसे हम आपको बता ​दें कि तबरक हुसैन को भारतीय सेना द्वारा पहले भी पकड़ा जा चुका था लेकिन उसकी रिहाई कर दी गई थी। तबरक ने बताया उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 30 हजार रुपये दिए थे ताकि भारत में जाकर सेना की चौकी पर हमला करे।

करीब दो सप्ताह पहले पाकिस्तानी सीमा से भारत में प्रवेश करने वाले कुछ आतंकवादियों पर भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की थी। भारतीय सेना द्वारा गोली चलाएं जाने से कुछ आतंकवादी तो वापस पाकिस्तानी सीमा में पहुंच गए लेकिन तबरक हुसैन गंभीर घायल हो गया। वह जम्मू के नौशेरा सेक्टर में पकड़ा गया। बताया जाता है वह पाक अधिकृत कश्मीर के कोटली में सब्जकोट गांव का रहने वाला है। सेना के अधिकारियों के मुताबिक उसका खून ज्यादा बह जाने से वह बेहोश हो गया था। उसका ब्लड ग्रुप O निगेटिव है जो कम लोगों में मिलता है। भारतीय सेना के अधिकारियों ने यह भी बताया कि जब उसे पकड़ा गया था तब वह चिल्ला रहा था, मैं मरने के लिए आया था। मुझे धोखा दे दिया, भाईजान मुझे यहां से निकालो। तबरक हुसैन 6 साल में दूसरी बार पकड़ा गया था। इससे पहले 25 अप्रैल 2016 को हुसैन को अपने छोटे भाई हरून अली के साथ घुसपैठ करते हुए पकड़ा था। वह 26 महीने जेल में रहा फिर रिहा कर दिया गया था। मिली जानकारी के अनुसार तबरक का एक और छोटा भाई मोहम्मद सईद भी नौशेरा सेक्टर से पकड़ा गया था। जिस समय सईद को पकड़ा था तब वह काफी मात्रा में ड्रग्स के नशे में था।

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