शीर्षस्थ उद्योगपति रतन टाटा के साथ ऑफिस शेयर करता है गोवा

विहान हिंदुस्तान न्यूज
क्या आप जानते हैं कि देश के शीर्षस्थ उद्योगपति रतन टाटा के ऑफिस को उनके साथ और कौन शेयर करता है। रतन टाटा को स्ट्रीट डॉग्स से बेहद लगाव है और एक बार उन्हें एक कुत्ता पसंद आ गया, जो सड़क पर घूम रहा था। बस उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवाई और उस कुत्ते को अपने साथ ले लिया। टाटा ग्रुप के मुख्यालय में स्ट्रीट डॉग्स की अच्छी-खासी संख्या है। एक डॉगी ऐसा है, जो उनके साथ ऑफिस में ही रहता है और यहां तक कि वह मीटिंग्स में भी मौजूद होता है। सोशल मीडिया में भी रतन टाटा के इस डॉगी प्रेम को देखा जा सकता है। टाटा का ऑफिस शेयर करने वाला यह कुत्ता काफी खास है। इस डॉगी के मिलने की कहानी भी बड़ी रोचक है। टाटा के ऑफिस में रहने वाले कुत्ते का नाम गोवा है। एक बार रतन टाटा गोवा में थे। वहां उन्हें सड़क पर छोटा सा कुत्ता घूमता हुआ मिला। रतन टाटा को वह पसंद आ गया और वे उसे बॉम्बे हाउस ले आए। गोवा में मिलने के कारण टाटा ने उस कुत्ते का नाम गोवा ही रख दिया। कुछ ही दिन में गोवा रतन टाटा का सबसे चहेता कुत्ता बन गया। इतना ही नहीं गोवा, रतन टाटा की हर बात भी मानता है।
बॉम्बे हाउस टाटा ग्रुप का वैश्विक मुख्यालय है। बॉम्बे हाउस में केनेल बने हुए हैं, जिनमें कई स्ट्रीट डॉग्स रहते हैं। इनमें से सिर्फ गोवा ही ऐसा है, जो टाटा ग्रुप के चेयरमैन के केबिन में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुआ है। जिस स्ट्रीट डॉग गोवा को रतन टाटा ने अडोप्ट किया, वह उनसे इतना घुल-मिल गया कि मीटिंग्स के दौरान भी टाटा के केबिन में मौजूद रहता है। इस बात की साक्षी ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे की सीईओ करिश्मा मेहता भी रही हैं। करिश्मा मेहता ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर की है। इसमें उन्होंने बताया है कि एक इंटरव्यू के सिलसिले में पहली बार रतन टाटा के ऑफिस गई थीं तो बेहद मजेदार मामला हुआ था। करिश्मा मेहता को लंबे इंतजार के बाद रतन टाटा का इंटरव्यू लेने का मौका मिला था। इसके लिए वह बॉम्बे हाउस पहुंची। जब वह रतन टाटा के केबिन में गई, तो वहां गोवा भी मौजूद था। करिश्मा को कुत्तों से डर लगता है। उन्होंने रतन टाटा के युवा दोस्त व उनके एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतनु नायडू से धीरे से यह बात कही, जो शायद रतन टाटा ने सुन ली। उन्होंने करिश्मा से पूछा, ‘क्या हुआ, क्या आप ठीक हैं?’ इसके बाद शांतनु ने रतन टाटा को बताया कि करिश्मा मेहता को कुत्तों से डर लगता है। इस पर रतन टाटा मुस्कराए, गोवा की ओर मुड़े और उससे बिल्कुल ऐसे बात की जैसे वह कोई जानवर न होकर इन्सान हो। रतन टाटा ने गोवा से कहा, ‘गोवा, वह तुमसे डरती हैं। अच्छे बच्चे बनो और बैठो। जैसे ही टाटा ने गोवा को समझाया, वह कुछ दूर जाकर बैठ गया। इसके बाद टाटा, करिश्मा से मुखातिब हुए और उन्हें अंदर आने और इंटरव्यू शुरू करने को कहा। करिश्मा ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में लिखा है, ‘पूरे 30-40 मिनट जब तक मैं वहां थी, गोवा मेरे आसपास नहीं आया। मैं हैरान थी, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।’ रतन टाटा ने करिश्मा को बताया कि गोवा एक आवारा कुत्ता था और उसने हमें अडॉप्ट करने का फैसला किया, इसलिए हमने भी उसे अडॉप्ट कर लिया। गोवा अपना पूरा दिन ऑफिस में ही बिताता है, क्योंकि रतन टाटा उसे अपनी मीटिंग्स में साथ रखते हैं। करिश्मा ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘उन्होंने मुझसे ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के बारे में उत्सुकता से पूछा और फिर विनम्रतापूर्वक मुझे, मेरे द्वारा उन्हें गिफ्ट की गई किताब पर सिग्नेचर करने को कहा। मुझे आश्चर्य हुआ कि किसी के लिए यह कैसे संभव है कि वह आपको इतना अच्छा महसूस करा सके। मेरे हाथ थोड़ा कांप रहे थे, क्योंकि मुझे बिल्कुल नहीं पता था कि क्या लिखना है।’ करिश्मा ने कहा, वह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य था।

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