टाइटैनिक जहाज का मलबा दिखाने ले गई पनडुब्बी टाइटन भी नष्ट, सभी पांच या​त्रियों की मौत…विस्फोट की आशंका

हादसे में पाकिस्तानी अमीर शहजादा दाऊद व उनके पुत्र सुलेमान भी मौजूद थे। (फाइल फोटो)

विहान हिंदुस्तान न्यूज

साल 1912 में अटलांटिक महासागर में डूबे जहाज टाइटैनिक का मलबा देखने गए पांच यात्री अब दुनिया में नहीं रहे। इस बात की जानकारी खुद पनडुब्बी ऑपरेट करने वाली कंपनी OceanGate ने दी। इस घटना में पाकिस्तान के सबसे अमीर शख्स शहजादा दाऊद (48) और उनके बेटे सुलेमान दाऊद (19) की भी मौत हो गई। पिता-पुत्र के अलावा हामिश हार्डिंग, पॉल हेनर नार्जियोलेट और कंपनी के सीईओ स्टॉकटन रश पनडुब्बी में सवार थे। बड़ी बात यह आ रही है कि पनडुब्बी में जोरदार विस्फोट की आशंका व्यक्त की जा रही है क्योंकि पनडुब्बी के दो हिस्से समुद्र में मिले हैं। बात यह भी उठ रही है कि जहां टाइटैनिक जहाज डूबा वहां भूतों का भी बसेरा है जो यहां किसी को आने नहीं देना चाहता है, हालांकि इसे लेकर विरोधाभास भी है।

रविवार को यह पनडुब्बी यात्रियों को लेकर रवाना हुई। इस पनडुब्बी में 92 घंटे की ऑक्सीजन थी। पनडुब्बी के रवाना होने के करीब 45 मिनट बाद ही उसका संपर्क टूट गया था। तभी से ही पनडुब्बी की खौज की जा रही थी। जिस जगह टाइटैनिक जहाज डूबा है वहां समुद्र में कीचड़ होने के कारण पानी काफी धुंधला होता है जिससे यहां पहले भी जहाज ढूढ़ने वालों को परेशानी का सामना उठाना पड़ा था। बताया जाता है जहाज की खोज में पहले भी कई मौते हो चुकी है। बात टाइटन पनडुब्बी की करें तो यह धमाके के साथ अलग-अलग टुकड़ों में बंट गई। इस बात को लेकर कंपनी की तरफ से बयान में बताया गया कि पनडुब्बी के मलबे के दो ढेर मिले है। एक ढेर में टाइटन का पिछला हिस्सा है और दूसरा पनडुब्बी का लैंडिंग फ्रेम है। बताया जा रहा है कि पनडुब्बी में इतना तेज धमाका हुआ होगा जिससे उसके परखच्चे उड़ गए। विशेषज्ञों के मुताबिक इस पनडुब्बी पर फ्रांस के एफिल टॉवर जितना वजन आया होगा जिससे पनडुब्बी टूट गई। ब्रिटेन की रॉयल नेवी के पूर्व सबमरीन कमांडर रयान रामसे ने मीडिया को बताया कि बचाव अभियान में लगी एजेंसियां इस दुर्घटना के कारणों को समझने की कोशिश करेगी। इससे भविष्य में होने वाले हादसों को रोका जा सकेगा। उनका कहना है पनडुब्बी में ब्लैक बॉक्स नहीं था जिससे अंतिम लोकेशन की जानकारी नहीं मिल सकेगी।

बेटा सुलेमान डरा हुआ था, जाना नहीं चाहता था….

पाकिस्तान के अमीर शहजादा दाऊद कराची स्थित एक निवेश एवं होल्डिंग कंपनी दाऊद हरक्यूलिस के उपाध्यक्ष थे। इसके अलावा शहजादा द प्रिंस ट्रस्ट के बोर्ड सदस्य, एसईटीआई संस्थान के बोर्ड सदस्य और द दाऊद फाउंडेशन के ट्रस्टी भी थे। इसके अलावा भी वे कई संस्थाओं के पदाधिकारी रहे हैं। उनकी अनुमानित संपत्ति 13.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है। शहजादा का एक पुत्र सुलेमान (19) व एक पुत्री एलिना थी। उन्होंने क्रिस्टीना से शादी की थी। सुलेमान भी इस पनडुब्बी में सवार था। शहजादा दाऊद की बहन अजमेह दाऊद ने मीडिया को बताया कि पनडुब्बी रवाना होने के समय उनकी बात सुलेमान से हुई थी। सुलेमान इस यात्रा पर जाना नहीं चाहता था लेकिन वह अपने पिता के साथ रहना चाहता था। वह काफी डरा हुआ था लेकिन वह पिता के साथ गया। उधर, पनडुब्बी हादसे को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं जिसमें सुरक्षा को लेकर विशेष बात की जा रही है।

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