मुस्लिमों को कुत्तों से परहेज करना चाहिए, ओसामा बिन लादेन ने दो पाले, मौत को लेकर नई बाते सामने आई
विहान हिंदुस्तान न्यूज
मुसलमानों को कुत्तों के पालने से परेहज करने की बात कही गई है लेकिन दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी रहे ओसामा बिन लादेन ने दो कुत्ते पाले। एक कुत्ता तो चोरी हो गया लेकिन दूसरे कुत्ते की मौत ने जांच एजेंसियों की आंखें खोल दी। यह कुत्ता रासायनिक हथियारों के परीक्षण से मरा यानी आतंकवादी संगठन अल कायदा तब से ही रासायनिक हथियारों की आस में लगा हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बार-बार पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा को लेकर जो शंका जाहिर करते हैं उसके पीछे भी कारण खास ही हैं।
2011 में ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में छुपा हुआ था और अमेरिका ने उसकी पाकिस्तान में घुसकर हत्या कर दी थी। ओसामा बिन लादेन की पहली पत्नी नजवा ने अपने बेटे उमर बिन लादेन और लेखक जॉन सैसों के साथ लिखी अपनी किताब ग्राइंग अप बिन लादेन: ओसामाज वाइफ एंड सन टेक अस इंसाइड देयर सीक्रेट वर्ल्ड में लिखा है कि ओसामा ने यूरोप से दो जर्मन शेफर्ड कुत्ते मंगवाए थे। इनका नाम सफियर और जाएर रखा था। वे लिखती हैं कुत्तों को सहलाते देखते हुए मुझे बड़ा अजीब लगता था क्योंकि ओसामा इस्लाम मानने वाले थे और इस्लाम मानने वालों को कुत्तों से दूर रहने को कहा गया है। बाद में एक कुत्ता चोरी हो गया लेकिन दूसरे कुत्ते की आश्चर्यजनक ढंग से मौत हो गई। ओसामा के बेटे उमर बिन लादेन के मुताबिक वह कुत्ता रासायनिक परीक्षण से मारा गया था। उमर ने यह बात हाल ही में द सन अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कही। आपको बता दें उमर 41 साल के हैं और फ्रांस में रह रहे हैं। ओसामा ने अपने बाद उमर को ही अल कायदा का चीफ बनाने की बात कही थी। उमर ने अल कायदा में ट्रेनिंग भी ली लेकिन उन्होंने आतंकवाद के रास्ते पर जाने के बजाय शांति के मार्ग को अपनाया। इस बारे में उमर का कहना है मेरे पिता ओसामा बिन लादेन को मेरे अल कायदा छोड़कर जाने का काफी दुख भी हुआ लेकिन उन्होंने मुझे अलविदा किया। वैसे तो उमर बिन लादेन के बारे में काफी बाते हैं जो ओसामा बिन लादेन से काफी विपरीत हैं लेकिन खास बात यह है कि उमर शांति की राह पर चलने के लिए सभी को प्रेरित करते हैं। वे कहते हैं जब मेरे पिता को अमेरिका ने निशाना बनाया तब मैं कतर में था। उमर ने अपने से 24 साल बड़ी ब्रिटिश नागरिक जेंस फेलिक्स ब्राउन से शादी की है जिनके पांच नाती-पोते भी हैं। शादी के बाद पत्नी का नाम जैना रखा गया। पेशे से उमर पेंटिंग करते हैं और वे अफगानिस्तान की पहाडि़यों खासकर टोराबोरा को भी अपने चित्रों में अंकित करते हैं।